खंडवा: करीब पांच साल बाद पाकिस्तान (Pakistan) ने मध्य प्रदेश के खंडवा (Khandwa) जिले के पुनासा तहसील अंतर्गत ग्राम इंधावड़ी निवासी युवक राजू पिंडारे (Raju Pindare) को भारत को सौंप दिया है. उसे पाकिस्तान पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया था. राजू अब वापस भारत लौट आया है. पाकिस्तान ने उसे राजस्थान (Rajasthan) के रास्ते भारत को सौंपा दिया है. राजस्थान से उसे पंजाब (Punjab) भेज दिया गया था. पंजाब पुलिस अब जल्द ही राजू को नर्मदानगर पुलिस को सौंप देगी. खंडवा जिला मुख्यालय पर राजू को पंजाब से लाने की तैयारी की जा रही है. जल्द ही राजू अपने परिवार के बीच होगा.
खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र में एक छोटा सा ग्राम इंधावड़ी है. इंधावड़ी का रहने वाला राजू 2019 से पाकिस्तान की जेल में बंद बताय जा रहा था. राजू का पूरा परिवार इंधावड़ी में ही रहता है. परिवार में उसके माता-पिता और एक विकलांग भाई शामिल हैं. राजू के माता-पिता 2019 से ही सरकारी दफ्तरों में अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने के लिए चक्कर लगा रहे थे. इसी सिलसिले में एक बार फिर राजू के माता-पिता खंडवा के एसपी विवेक सिंह से सितम्वर माह में मिले थे. उन्होंने अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने की गुहार लगाई थी. उस खबर को एबीपी न्यूज़ ने प्रमुखता से दिखाया था.
अब राजू वापस भारत लौट आया है तो उसकी मां बसंता बाई उससे मिलने के लिए बेताब नजर आ रही हैं. बसंता बाई का कहना है कि पांच साल से राजू की तलाश में पूरा घर परेशान था. हमने हर वह दरवाजा खटखटाया, जहां से हमें उम्मीद थी. अब जब राजू वापस आ गया है तो उसका स्वागत करने के लिए मन मचल रहा है. बसंता बाई ने कहा कि वह अपने बेटे को सीने से लगाने के लिए बेताब हैं.
दरअसल 2019 में एक खबर खूब वायरल हुई. उस वायरल खबर के अनुसार पाकिस्तानी पुलिस के साथ एक युवक को दिखाया जा रहा था. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पकड़ा गया युवक भारतीय था. उस समय पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि वह जासूसी के इरादे से पाकिस्तान में दाखिल हुआ था. राजू को पाकिस्तान की पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार युवक मध्य प्रदेश का निवासी बताया जा रहा था. उस समय जब भारतीय पुलिस और इंटेलिजेंस ने इस युवक की जानकारी निकाली तो पता चला कि वह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के इंधावड़ी गांव का रहने वाला राजू है.
राजू की मां को पाकिस्तानी पुलिस के द्वारा उसकी गिरफ्तारी के बारे में इंटेलिजेंस से जानकारी मिली थी. राजू की मां बसंता बाई ने बताया था कि उनका बेटा मानसिक रूप से कमजोर है और वह इधर-उधर घूमता रहता है. वह पाकिस्तान कैसे पहुंच गया, उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता. उन्होंने कहा कि जो दो रोटी कमाकर नहीं खा सकता, वह जासूसी क्या खाक करेगा? राजू पर जासूस होने का झूठा इल्जाम लगाया जा रहा है. राजू की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाईं थी कि उनके बेटे को वापस लाया जाए. अब राजू की वापसी पर बसंता बाई ने सरकार को धन्यवाद दिया है.
जिला प्रशासन की टीम खंडवा के इंधावड़ी में रहने वाले राजू को लेने पंजाब रवाना हो रही है. एएसआई और दो कॉन्स्टेबल के साथ स्वास्थ्य कर्मियों की टीम बनाई गई है. अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंघाड़े ने बताया कि इंधावड़ी का रहने वाला राजू पिता लक्ष्मण किसी तरह पाकिस्तान पहुंच गया था. उसे पाकिस्तान ने रिलीज कर दिया है. हमें अमृतसर से सूचना मिली है कि उसे प्राप्त करना है. हमने चार सदस्यीय दल बनाया है. दल में पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं, जो राजू को लेने अमृतसर जा रहे हैं. अपर कलेक्टर ने कहा कि राजू की जो गुमशुदगी दायर हुई थी, उस हिसाब से पुलिस उससे पूछताछ कर उसके परिजनों को सौंप देगी.
राजू के मामले में खंडवा के एसपी विवेक सिंह की भूमिका सराहनीय रही. वह लगातार इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से संपर्क बनाये हुए थे. एसपी कहते हैं कि समय-समय पर पुलिस हेडक्वार्टर से भी इस बारे में जानकारी मांगी जाती रही. उन्होंने कहा कि हमारा लगातार प्रयास यही था कि पाकिस्तान से राजू को हम किसी तरह से वापस ले आएं और वह दिन आ ही गया. अब क़ानूनी प्रक्रिया पूरी कर राजू को जल्द ही उसके परिवार से मिला दिया जाएगा.
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