मऊगंज । एमपी (MP) के मऊगंज जिले (Mauganj district) एक युवक ने पुलिस (Police) पर शाहपुर थाने (Shahpur Police stations) में उसकी चोटी उखाड़ने और जनेऊ तोड़ने का आरोप लगाया है। युवक का आरोप है कि उसके साथ मारपीट की गई। इन आरोपों पर सूबे की सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (State Congress President Jitu Patwari) ने एक्स पर अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री मोहन यादव से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ ऐक्शन की मांग की है। यही नहीं इस घटना को लेकर लोगों ने मऊगंज एसपी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि बीते दिनों शाहपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ी गांव में एक कार ने चार बाइक सवार युवकों को टक्कर मार दी थी। इस सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी। घटना से आक्रोशित लोगों ने बवाल काट दिया था। लोगों ने जान गंवाने वाले शख्स की लाश सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था। लोगों ने आरोप लगाया था कि एक्सीडेंट करने वाला वाहन शराब दुकान के ठेकेदार का है। अवैध शराब ले जाई जा रही थी जिसमें वाहन ने युवकों को टक्कर मारी।
वहीं पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पीड़ित नरेन्द्र मिश्रा भी उन प्रदर्शनकारियों में शामिल था, जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने नरेन्द्र मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था। अब वह जब जमानत पर जेल से बाहर आया है तो पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने आरोप लगाया है कि पुलिस ने प्राइवेट लोगों की मदद से उसकी बर्बरतापूर्वक पट्टे से पिटाई कराई। इतना ही नहीं उसके सिर से बालों की चुटिया तक उखाड़ दी और उसका जनेउ तोड़ दिया।
इस मामले में मऊगंज के एडिशनल एसपी ने कहा कि लोगों की ओर से एक आवेदन मिला है जिसमें नरेन्द्र मिश्रा के साथ मारपीट के आरोप लगाए गए हैं। एसपी ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि सरकार ने मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में पुलिसवालों की भर्ती की है या गुंडों की?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि शाहपुर में ब्राह्मण युवक नरेंद्र मिश्र, जिसने शराब माफिया के खिलाफ आवाज उठाई, उस पर पुलिस ने बर्बरता से हमला किया। इन वर्दीवाले गुंडों ने ब्राह्मण भाई की चोटी उखाड़ी, जो न केवल अमानवीय कृत्य है, बल्कि हिंदू परंपराओं का भी अपमान है। आखिर कब तक प्रदेश में जंगलराज बना रहेगा? मुख्यमंत्री जी को तुरंत ऐसे पुलिस अधिकारियों को निलंबित करके कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। अन्यथा थाने में बैठकर पूरी कांग्रेस पार्टी के साथ मैं खुद एफआईआर लिखवाऊंगा।
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