उज्जैन: उज्जैन के कांग्रेस के युवा नेता अमित शर्मा (Amit Sharma, youth Congress leader from Ujjain) का 39 वर्ष की उम्र साइलेंट अटैक से निधन (died of a silent attack) हो गया. इस खबर को जिसने भी सुना वह सन्न रह गया. तीन दिन पहले ही अमित शर्मा ने बड़े उत्साह से अपना जन्मदिन मनाया गया था. अमित शर्मा उज्जैन के नीलगंगा इलाके में रहने वाले पूर्व पार्षद अशोक शर्मा (Former Councillor Ashok Sharma) के बेटे थे.
उनकी घर में जब अचानक तबियत बिगड़ी तो निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अमित शर्मा के मित्र पप्पू बौरासी ने बताया कि अमित शर्मा नियमित रूप से व्यायाम करते थे और छात्र राजनीति से ही समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय थे. अमित शर्मा ने एनएसयूआई में कई महत्वपूर्ण पदों पर प्रदेश स्तरीय जिम्मेदारी संभाली थी. इसके बाद युवा कांग्रेस के महत्वपूर्ण पदों पर प्रदेश पदाधिकारी रहे.
इसके बाद उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सचिव बनाया गया था. अमित शर्मा को जानने वाले लोगों को इस बात का भरोसा ही नहीं हुआ कि शारीरिक रूप से फिट युवक को साइलेंट अटैक भी आ सकता है. उज्जैन के पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने कहा कि यह खबर चौंकाने वाली है. उन्हें भी काफी देर तक इस घटना की जानकारी मिलने के बाद विश्वास नहीं हुआ. गुड्डू ने कहा कि अमित को वह 25 सालों से जानते थे वह छात्र जीवन से ही मेहनती और शरीर के प्रति जागरूक रहने वाले नेता थे.
अमित शर्मा एक मंझे नेता होने के साथ-साथ खिलाड़ी भी थे. उन्होंने स्कूल और कॉलेज में कई खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और मेडल भी हासिल किए थे. 28 अगस्त को अमित शर्मा का जन्मदिन था, जिस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट किया. आज वहीं मित्र और समर्थक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. अमित शर्मा के परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि उनके माता-पिता किसी कार्य से राजस्थान गए हुए थे. जैसे ही उन्हें अमित की तबीयत बिगड़ने की खबर मिली वह तुरंत उज्जैन के लिए रवाना हुए. हालांकि जब तक वे उज्जैन पहुंचे अमित शर्मा की मौत की खबर उन तक पहुंच चुकी थी.
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