शिवपुरी। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी (Shivpuri) में मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार के लिए लाई गई एक महिला की शव दाह के लिए लगाई गई लकड़ियों की सैया पर जिंदा हो गई। महिला के शरीर में हुई हरकत के बाद महिला को तत्काल एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लाया गया था। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद दोबारा महिला को एंबुलेंस के जरिए मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के मुताबिक, शिक्षा विभाग के डीईओ ऑफिस में लिपिक के पद पर पदस्थ रविंद्र श्रीवास्तव की पत्नी अनिता श्रीवास्तव (56) को पिछले के कुछ दिनों से टाइफाइड हो गया था। बताया गया है, गुरुवार शाम महिला की तबियत बिगड़ गई थी। परिजन महिला को पहले एक निजी अस्पताल फिर बाद में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां से महिला को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। परिजन महिला को लेकर रात साढ़े 11 बजे के लगभग मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे थे। यहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया था।
बता दें कि अनिता श्रीवास्तव के परिजन शव को उनके निवास शांतिनगर से लेकर रात 11 बजे पहुंच गए थे। इसके बाद रिश्तेदार जुटना शुरू हो गए थे। सुबह महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम ले जाया गया था। हिंदू रीति-रिवाजों से दाह संस्कार की तैयारी की जाने लगी थी। इसके बाद शव को दाह के लिए लगाई गई लकड़ियों की सैया पर लिटाया गया था। तभी महिला के शरीर में हलचल देखी गई थी। मौके पर मौजद लोगों की माने तो महिला के शरीर पर पसीना सहित शरीर में हलचल देखी गई थी।
महिला की सांसें चलने की अफवाह के बाद परिजन भी हरकत में आ गए थे। तत्काल एंबुलेंस को बुलाया गया था। तब तक महिला की हथेलियों सहित पैरों के पंजों के रगड़ना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही सीपीआर भी दिया गया था। एंबुलेंस के पहुंचते ही महिला को तत्काल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां डॉक्टर ने जांच कर महिला को मृत घोषित कर दिया। बाद में परिजन शव लेकर दोबारा मुक्तिधाम पहुंचे, जहां महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
महिला की जांच करने वाले मेडिकल कॉलेज के ड्यूटी डॉक्टर उत्सव तिवारी ने बताया कि महिला को मृत अवस्था में मेडिकल कॉलेज लाया गया था। रात में 10 बजकर 41 मिनट पर परिजन महिला को मृत अवस्था में ही लेकर पहुंचे थे। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि का इस मामले में कहना है कि गुरुवार रात परिजन अनीता श्रीवास्तव को मेडिकल कॉलेज लेकर आए थे। सभी जांचों के उपरांत मृत पाया गया। ड्यूटी डॉक्टर के अनुसार, अनीता को ब्राॅट डेड ही लाया गया था। रात के समय परिजनों को भी बताया गया था। अगले दिन जिस समय बेटा गोलू श्रीवास्तव मां की बॉडी को चिता से उठाकर मेडिकल कॉलेज लाए थे। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने महिला की ईसीजी कर वापस मृत घोषित किया गया है।
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