भोपाल। चुनावी प्रबंधक और भाजपा (BJP) के रणनीतिकार कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) कोरोना संक्रमणकाल (Corona transition) में संकटमोचक बनकर सामने आए हैं। इंदौर सहित पूरे प्रदेश में अपने प्रयासों से ऑक्सीजन (Oxygen) की सप्लाई सामान्य करावाने के बाद उन्होंने कोरोना (Corona) संक्रमितों के लिए संजीवनी बने रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) की उपलब्धता भी सुनिश्चित करवा दी है। अब मप्र की व्यावसायिक राजधानी इंदौर रोजाना में एक से दो हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) पहुंचेगा। मप्र में कोरोना (Corona) की सबसे भयावह हालत का सामना कर रहे इंदौर की मदद के लिए भाई यानि कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की इस पहल की सर्वत्र सराहना हो रही है। उन्होंने शुक्रवार वार को एक ट्वीट करके इंदौर सहित पूरे प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) मुहैया कराने के प्रयास की बात कही थी और शनिवार को उन्होंने एक और ट्वीट करके यह जानकारी दी कि अब हर रोज इंदौर एक से दो हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) पहुंचेगा।
दोस्त ने दिखाई दरियादिली
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय यारबाज नेता हैं। इस संकटकाल में उनकी दोस्ती मप्र के लिए वरदान साबित हुई है। दरअसल, रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली दवा निर्माता कंपनी मायलन कंपनी के उपाध्यक्ष नरेश हसीजा विजयवर्गीय के दोस्त हैं। प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन के गहराते संकट को देखते हुए उन्होंने नरेश हसीजा से बात की। जिसके बाद उन्होंने प्रतिदिन 1000 से 2000 रेमडेसिविर इंजेक्शन इंदौर भेजने का निर्णय लिया है, जो कलेक्टर को सौपें जाएंगी। जिससे तीन दिनों में ही इंदौर में रेमडेसिविर की कमी दूर हो जाएगी। कैलाश विजयवर्गीय ने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी है।
चुनौती का किया स्वीकार
हर रोज 10,000 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों की संख्या झेल रहे मप्र में इस समय चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल में चुनावी व्यस्तता के बावजुद मप्र को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए मोर्चा संभाला है। वे केंद्र और राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं। जरूरत पडऩे में केंद्रीय मंत्रियों, दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ ही उद्योगपतियों से चर्चा कर सुविधाएं जुटाने में लगे हुए हैं।
ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करवाई
गौरतलब है कि इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुनिश्चित करवाया है जिससे इंदौर सहित प्रदेश के कई अस्पतालों में लोगों को जीवन की सांस मिली है। दरअसल जब गुजरात से ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग परेशान हो रहे थे ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय ने ऑक्सीजन संकट को हल करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया। उन्होंने अपने मित्र उद्योगपति संजय अग्रवाल से चर्चा की तो उन्होंने कोविड के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस खत्म होने पर अपना उत्पादन कम कर 600 सिलेंडर हॉस्पिटल को रोजाना नि:शुल्क देना शुरू कर दिया। विजयवर्गीय के प्रयासों से ही रिलायंस ग्रुप के मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने इंदौर के लिए अलग से ऑक्सीजन देने का निर्णय लिया है। रोजाना जामनगर से 100 टन ऑक्सीजन इंदौर आएगी। इसके पहले 90 टन ऑक्सीजन भिलाई स्टील प्लांट से मध्यप्रदेश भेजने की व्यवस्था की गई है। वहीं, एक्टर सोनू सूद ने इंदौर को 10 ऑक्सीजन मशीनें दी हैं।
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