पहाड़घाटी बिहाडिय़ा के खनूजा पोल्ट्री फार्म में हुई घटना…कार्रवाई नहीं तो प्रदर्शन पर उतरे परिजन
इंदौर। एक पोल्ट्री फार्म (Poultry Farm) में मरी हुई मुर्गियों (chickens) को उतराने के चक्कर में एक गाड़ी के ड्राइवर और हेल्पर (Driver and Helper) की मौत हो गई। दोनों को हाईटेंशन लाइन (high tension line) ने चपेट में ले लिया। मृतकों के घर वालों का आरोप है कि इसमें फार्म के मालिक और अन्य कर्मचारियों की लापरवाही है, जिसके चलते जान गई। इसके विरोध में उन्होंने प्रदर्शन भी किया।
खरगोन जिले के झिरन्या के रहने वाले 32 साल के ड्राइवर राकेश और उसकी गाड़ी के हेल्पर 32 साल निवासी नितिन पिता प्रहलाद निवासी पीपल्या लोहार के शव का एमवाय अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। नितिन के भाई जितेंद्र पंवार ने बताया कि पहाड़घाटी बिहाडिय़ा में हैप्पी खनूजा का खनूजा पोल्ट्री फार्म है। राकेश और नितिन कल गाड़ी पर चढक़र गाड़ी से मरी हुई बायरल मुर्गियों को उतार रहे थे। जहां गाड़ी खड़ी की थी उसके ऊपर हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी। हाईटेंशन लाइन ने पहले राकेश को चपेट में लिया तो उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नितिन को करंट का झटका लगा और वह वहीं गिर पड़ा। जितेंद्र का आरोप है कि जमीन पर गिरा नितिन उठने लगा तो वहां के कर्मचारियों ने उस पर पानी डाला, जिससे वह दोबारा गिरा और फिर उसे अस्पताल ले जाया गया और लावारिसों की तरह वहीं छोड़ दिया। परिजन मौके पर पहुंचे, तब नितिन का शव एमवाय अस्पताल की मच्र्यूरी में मिला। आरोप है कि उक्त पोल्ट्री फार्म में हाईटेंशन लाइन के नीचे न सिर्फ वाहन भी धुलवाए जाते हैं, बल्कि कर्मचारियों से सारा काम तारों में दौड़ते मौतरूपी करंट के बीच करवाया जाता है। नितिन के परिजन ने दोनों मौतों के जिम्मेदारों पर पुलिस कार्रवाई नहीं होने पर विरोध स्वरूप प्रदर्शन किया।