सतना। प्रदेश के सतना जिले में झोलाछाप डॉक्टर अब यमदूत का कार्य कर रहे हैं। बिना किसी डिग्री के क्लीनिक खोलकर गरीब आदिवासी ग्रामीणों को लूटने में जुटे हैं। जिले के दो अलग-अलग गांव में झोलाछाप डॉक्टर के मामले सामने आए हैं। पहली घटना जिले के मैहर तहसील के भाटिया गांव की है, जबकि दूसरी घटना सिंहपुर थाना क्षेत्र के आमा गांव की है। जहां झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज की मौत हो गई।
दरअसल, मैहर तहसील के भाटिया गांव में दो मासूमों को पेट में दर्द हुआ। परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर को दिखाया, डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद मासूमों की हालत बिगड़ गई। परिजन अस्पताल ले जाने के बाद अंधविश्वास में फंस गए और झाड़ फूंक कराने लगे। इस बीच दोनों सगे भाईयों की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में आक्रोश बढ़ गया। झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। मामले की शिकायत पुलिस से की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों से समझाया और मामला दर्जकर जांच शुरू की।
वहीं, सिंहपुर थाना क्षेत्र के आमा गांव में झोलाछाप डॉक्टर की दवा करने के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई। 40 साल के सोनेलाल कुशवाहा को पेट में दर्द के साथ-साथ सांस लेने में तकलीफ हुई थी। परिजन आमा गांव में क्लीनिक चलाने वाले राम नारायण निगम को दिखाया था. जैसे ही डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया, मरीज की हालात बिगड़ गई। इसके बाद कुछ ही देर में मौत हो गई। भठिया में अवैध क्लीनिक में उपचार करने वाला डॉक्टर घटना के बाद से फरार है।
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