भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने अपने निवास कार्यालय में गुरुवार को प्रदेश में हो रही सामान्य से कम वर्षा (below normal rainfall) को देखते हुए आगामी माहों में सिंचाई के लिए पानी और बिजली की उपलब्धता (water and electricity availability) की समीक्षा (Review) की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बिजली के निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। कहीं भी स्टाफ के अभाव में बिजली आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके साथ ही कंट्रोल रूप व्यवस्था को भी हर समय सक्रिय रखा जाए।
बैठक में आगामी माहों में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की मांग और आपूर्ति प्रबंधन की विस्तार से जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रबी सीजन में खेती के लिए पानी और बिजली की कमी न रहें। बैठक में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव किसान-कल्याण एवं कृषि विकास अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
संस्कृत के अध्ययन-अध्यापन के लिए महर्षि पाणिनि केन्द्र रीवा में आरंभ होगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अष्टाध्यायी ग्रंथ के रचयिता तथा संस्कृत के व्याकरण विज्ञानी महर्षि पाणिनि के नाम पर संस्कृत भाषा के अध्ययन-अध्यापन व शोध को समर्पित केन्द्र की रीवा में स्थापना की जाएगी। भविष्य में इस केंद्र का विस्तार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने उक्त निर्देश अपने निवास स्थित समत्व भवन में गुरुवार को हुई उच्च शिक्षा विभाग की बैठक में दिए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा केसी गुप्ता तथा अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने महर्षि पाणिनि केन्द्र की स्थापना के लिए तत्काल कार्यवाही आरंभ करने के निर्देश दिए।
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