भोपाल। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स कांग्रेस के आह्वान पर मप्र में ट्रक एवं बस आपरेटर्स की तीन दिवसीय हड़ताल के दौरान प्रदेशभर में तीन दिनों तक ट्रकों-बसों के पहिए पूरी तरह थमे रहे। यह तीन दिवसीय हड़ताल बुधवार शाम को समाप्त हो गई। अब ट्रांसपोर्टर्स गुरुवार, 13 अगस्त से अपना काम शुरू कर देंगे। बुधवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों द्वारा अपनी विभिन्न मागों को लेकर ज्ञापन दिया और उसके बाद गुरुवार से काम पर लौटने की बात कही।
दरअसल, प्रदेशभर में ट्रक एवं बस आपरेटरों की तीन दिवसीय हड़ताल सोमवार से शुरू हुई थी। इस दौरान पूरे राज्य में सात लाख से अधिक ट्रक, बस व अन्य लोडिंग वाहन पूरी तरह बंद रहे। हालांकि, दूध, मेडिकल आदि की सप्लाई समेत जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी। इन तीन दिनों में ट्रांसफोर्ट व्यवसायियों द्वारा प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया गया। बुधवार को भी हड़ताल के अंतिम दिन जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान कोरोना के चलते सीमित संख्या में व्यवसायी मौजूद रहे।
ट्रक एसोसिएशन के सचिव संजय रावत ने बताया कि तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के तीसरे दिन प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों पर अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। सरकार इस विषय में क्या निर्णय लेती है, इसका आगामी सात दिवस तक इंतजार किया जाएगा। अगर सरकार ने मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं किया तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी और ट्रक-बस आपरेटर अनिश्चित हड़ताल भी कर सकते हैं।
इधर, प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ट्रांसपोर्टर्स की मांगें मानने का आश्वासन दिया है। उन्होंने ट्रक-बस एसोसिएशन को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार एसोसिएशन के साथ है और उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।