भोपाल। प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि स्कूलों के विकास में में शिक्षकों की भूमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है। मंत्री परमार शुक्रवार को शाजापुर जिले के ग्राम भरड़ के शासकीय स्वामी विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के अनावरण तथा व्यवसायिक शिक्षा अंतर्गत बनायी गई कम्प्यूटर प्रयोगशाला के लोकार्पण अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय के शिक्षक अच्छे होते हैं वहां बच्चों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी होती है। बच्चों को केवल किताबों का अध्ययन ही नहीं कराना होता है, बल्कि उन्हें अच्छा नागरिक बनने के संस्कार भी देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लगभग एक लाख और देश में लगभग 15 लाख विद्यालय है। चीन हमसे तीन गुना आकार में ज्यादा है और जनसंख्या में हम उससे थोड़े ही कम है और चीन में केवल 5 लाख विद्यालय है। हमने तय किया है कि धीरे-धीरे प्रदेश के विद्यालयों को अच्छा करेंगे और सर्वसुविधायुक्त बनाएंगे। विद्यालयों की पढ़ाई को नई शिक्षा नीति से जोड़ेंगे।
स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के विकास में योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की जनता को साथ लेकर इस तरह से कार्यों को गति दी है कि दुनिया के लोग आज आश्चर्य चकित हैं। प्रधानमंत्री ने पहला काम स्वच्छता का शुरू किया। प्रधानमंत्री के झाड़ू हाथ में लेते ही देश के करोड़ो लोग उनके साथ हो गये और शहर तथा गांव स्वच्छता की ओर बढ़ने लगे, इससे परिवर्तन दिखने लगा। प्रधानमंत्री ने दूसरा काम पर्यावरण बचाने का किया। पर्यावरण हमारी संस्कृति और जीवन मूल्य का हिस्सा है। हमारे पुरखे नदियों, पेड़ों, पहाड़ों एवं प्रकृति को पूजते हैं क्योंकि इससे हमें संरक्षण मिलता है। हमारे देश के नागरिक हर वक्त पर्यावरण बचाने में सहयोग करते हैं। दुनिया आज पर्यावरण की बात करती है। हम तो वर्षों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।
परमार ने कहा कि सीएम राईज योजना के तहत इस वर्ष साढ़े तीन सौ विद्यालयों को सर्वसुविधा एवं संसाधनयुक्त बनाएंगे। इसके लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट भी उपलब्ध कराया गया है। हम चरणबद्धरूप से 9200 विद्यालयों को सर्वसुविधायुक्त आधुनिक सुविधा के साथ बनाने के लिए भी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 20 सितम्बर से कक्षा 1 से 5वीं तक के भी विद्यालय प्रारंभ किये जा रहे हैं। विद्यार्थियों के पालक एवं शिक्षक कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करें।
स्कूल और नेहरू स्मृति वन में पौध-रोपण
राज्यमंत्री परमार ने अन्य अतिथियों तथा विद्यार्थियों के साथ ग्राम मदाना के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में एक साथ 71 पौधे रोपित किए। राज्यमंत्री परमार ने इस मौके पर सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों से कहा कि पौधों की रक्षा करें। इसके पूर्व परमार ने विद्यालय में माँ सरस्वती की प्रतिमा का अनावरण और कम्प्यूटर प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। वन विभाग के तत्वावधान में नेहरू स्मृति वन परिसर और कचरा निष्पादन केंद्र में राज्य मंत्री परमार ने 71 पौधे रोपित किए।
960 एलपीएम ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण
राज्यमंत्री परमार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर जिला चिकित्सालय शाजापुर में नव निर्मित 960 एलपीएम ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और आत्मनिर्भर बनाने के लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट स्थापित होने से जिला अस्पताल अब ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए पूरी तरह आत्मनिर्भर हो गया है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में ऑक्सीजन आपूर्ति की किसी भी विकट परिस्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रबंधन तैयार है। कोरोना संक्रमण जैसी विषम परिस्थितियों में यह प्लांट वरदान साबित होगा।
इस अवसर पर पूर्व विधायक अरुण भीमावद, अम्बाराम कराड़ा, कलेक्टर दिनेश जैन, पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, डीएफओ जामसिंह भार्गव, जिला शिक्षा अधिकारी अभिलाष चतुर्वेदी, विद्यालय के प्राचार्य विवेक दुबे सहित संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। (एजेंसी, हि.स.)
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