उज्जैन: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है, यहां हर रोज कोई न कोई चमत्कार होता रहता है. एक बार फिर शहर में मां बिजासन के दरबार में घटी एक घटना चर्चा का विषय बन गई है. जिसमें एक बंदर ने मंदिर में पहुंचकर पहले तो दंडवत प्रणाम किया और फिर वहीं अपने प्राण त्याग दिए. इस घटना को लोग आस्था से जोड़कर चमत्कार बता रहे हैं. इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.
रामनवमी के दिन मोचीवाड़ा में स्थित प्राचीन मां बिजासन माता मंदिर में बंदर पहुंचा था. मंदिर में पहुंचे बंदर ने मां बिजासन माता के सामने सुर झुकाकर प्रणाम किया और उसके बाद वहीं अपने प्राण त्याम दिया. मंदिर में बंदर की मौत को श्रद्धालुओं और पुजारी परिवार ने माता के एक भक्त की तरह समझा और पूरे विधि विधान के साथ बंदर को भूखी माता क्षेत्र में ले जाकर उसका अंतिम संस्कार किया.
जानकारी के अनुसार, मंदिर में प्रवेश से पहले बंदर कुछ समय तक मंदिर के शिखर पर लगी ध्वजा के पास बैठा रहा. इसके बाद वह मंदिर में घुसा और सीधे गर्भगृह तक पहुंच गया. वहां पहुंचकर उसने मां बिजासन को प्रणाम किया और तत्काल अपने प्राण त्याग दिए. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बंदर को वैसे तो पहले कभी नहीं देखा, लेकिन यह मां बिजासन का सच्चा भक्त है. जिसने जीवन के अंतिम क्षण मां के चरणों में बिताए.
मंदिर में प्राण त्यागने वाले बंदर का विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया. विनायक उज्जैनिया ने बताया कि हम बंदर को हनुमान जी का स्वरूप मानते हैं, इसीलिए मंदिर में हुई इस घटना के बाद हम बंदर के शरीर को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर भूखी माता क्षेत्र पहुंचे थे जहां हमने एक गड्ढा खोदा और उसके बाद भावुकता के साथ बंदर का अंतिम संस्कार किया.
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंच गए. घटना से जुड़ा वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखने के बाद लोग इसे आस्था से जोड़कर एक अलौकिक घटना मान रहे हैं.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved