खंडवा। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा (Khandwa) नगर के नंदकुमार सिंह मेडिकल कॉलेज (Nandkumar Singh Medical College) से शर्मनाक तस्वीर सामने आ रही है। यहां के दो सफाईकर्मी (Cleaners) एक गंभीर घायल मरीज (Injured Patient) का इलाज करते नजर आ रहे हैं।
आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के मकसद से सरकार ने स्थानीय जिला अस्पताल को अपग्रेड कर यहां करीब 700 करोड़ रुपये खर्च किए और नया भवन बनवाकर मेडिकल कॉलेज बनाया है। बावजूद इसके यहां अब भी इलाज के नाम पर मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। कई विभागों के उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों यहां हैं और इसके बावजूद अब भी यहां से मरीजों को लगातार इंदौर रेफर किया जा रहा है। इसे देख कहा जा सकता है कि बीमारी यहाँ के सिस्टम में पनप चुकी है। इसका पहले इलाज किया जाना जरूरी है।
खंडवा के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का क्या हाल है? इस बात का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि यहां मरीजों की मरहम पट्टी, ड्रेसिंग करने के अलावा टांके, ड्रिप और इंजेक्शन लगाने का काम यहां मौजूद ठेके पर काम करने वाले सफाईकर्मी और वार्ड बॉय कर रहे हैं। ये लोग यहां के अधिकृत कर्मचारी न होकर ठेकेदार के कर्मचारी हैं। खंडवा नगर में यहां से जुड़ा एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सफाईकर्मी ही मरीज का इलाज करते नजर भी आ रहे हैं।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि स्ट्रेचर पर लेटे एक घायल मरीज की मरहम-पट्टी सहित उसे टांके लगाने का काम मेडिकल कालेज अस्पताल के सफाईकर्मी कर रहे हैं। मरीज गंभीर रूप से घायल दिख रहा है और चोट उसके मुंह पर, आंख के ठीक पास में नजर आ रही है। जरा-सी लापरवाही से मरीज की आंख को भी नुकसान हो सकता था। जानकारी के अनुसार, पूरा मामला शुक्रवार शाम का है। जब मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मौजूद सफाईकर्मी ही मरीज की ड्रेसिंग कर रहे थे। हालांकि, यह पूरा मामला सामने आने के बाद इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर जब मेडिकल अस्पताल के जिम्मेदारों से इस मामले में जानकारी लेना चाह ही गई तो कोई भी जिम्मेदार इस पर जवाब देने को तैयार नहीं है।
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