भोपाल। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए आज प्रचार का अंतिम दिन है। शाम 6 बजे से प्रचार का शोर-शराबा बंद हो जाएगा। इसे देखते हुए दोनों ही प्रमुख पार्टियां प्रचार के लिए पूरी ताकत झोंक रही हैं। मध्यप्रदेश में हो रहे 28 सीटों के उपचुनाव का प्रचार रविवार शाम 6 बजे थम जाएगा। प्रचार के आखिरी दिन दोनों दल भाजपा और कांग्रेस विभिन्न मुद्दों पर आखिरी दांव चलेंगे, जिस पर वोटिंग 3 नवंबर को होगी और नतीजा 10 नवंबर को सामने आएगा। रविवार को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक के 9 घंटों में नेता पूरी ताकत झोंकने के साथ इस कोशिश में हैं कि ज्यादा से ज्यादा सीटों तक पहुंचा जा सके। आम दिनों की अपेक्षा नेताओं ने अपने कार्यक्रम भी अपेक्षाकृत पहले शुरू कर दिए हैं।
चुनाव प्रचार में जिस तरह व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं, इससे जाहिर है कि प्रचार के आखिरी दिन नेता विकास के दावों के साथ व्यक्तिगत आरोपों की सियासी रोटियां सेकने की पूरी कोशिश करेंगे। भाजपा 15 महीने रही कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के भ्रष्टाचार, सचिवालय में दलाली, तबादला उद्योग जैसे मुद्दे उठा सकती है। जबकि कांग्रेस गद्दार और वफादार कैंपेन को आगे बढ़ाते हुए विधायकों की खरीद-फरोख्त के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पिछली सरकार में हुई गड़बड़ियों को जनता के सामने रख सकती है।