उज्जैन: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट (ahmedabad serial blast) का दोषी शफीक अंसारी (Shafiq Ansari) अपने घर आया हुआ है. उसे गुजरात हाई कोर्ट (Gujrat High Court) से पांच दिन की पैरोल मिली है. उसकी निगरानी के लिए दो राज्यों की पुलिस पहरा दे रही है. शफीक अंसारी अपने घर पारिवारिक समारोह में शामिल होने आया है. पैरोल पूरी होने के बाद उसे वापस अहमदाबाद जेल ले जाया जाएगा. उसे वर्ष 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट का दोषी मानते हुए उम्र कैद की सजा मिली है.
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में 56 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 200 लोग घायल हुए थे. वैसे तो इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिदीन और स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया ने ली थी. लेकिन इस सीरियल ब्लास्ट में उज्जैन जिले के भी कुछ लोग शामिल थे, जो कि वर्तमान में अहमदाबाद जेल में सजा काट रहे हैं. इसी ब्लास्ट के दोषी शफीक अंसारी को गुजरात हाई कोर्ट से सशर्त दी गई पैरोल के बाद उसे उज्जैन लाया गया है. जहां वह पारिवारिक समारोह में शामिल होगा और उसके बाद उसे फिर अहमदाबाद जेल ले जाया जाएगा.
आतंकी शफीक अंसारी को गुजरात पुलिस के दो एसीपी और पुलिस टीम उज्जैन उसके घर लाई है. शफीक अंसारी ने कोर्ट में पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए 5 दिन की पैरोल मांगी थी, जिसके बाद उसे उज्जैन स्थित उसके मकान पर लाया गया है. गुजरात हाई कोर्ट से उसे 29 सितंबर तक पैरोल दी गई है. उसकी सुरक्षा में गुजरात पुलिस के साथ ही उज्जैन पुलिस भी मुस्तैदी से लगी हुई है.
शफीक अंसारी का निवास उज्जैन के चिमनगंज थाना क्षेत्र मे है, जहां पुलिस मुस्तैदी से 3 शिफ्ट में ड्यूटी कर रही है. बताया जाता है कि एक शिफ्ट में लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक उज्जैन और गुजरात के पुलिस जवान पहरा दे रहे हैं. साथ ही हर आने जाने वाले व्यक्ति पर निगाह भी रखी जा रही है. शफीक अंसारी के घर के बाहर लगाई गई पुलिस को देखकर लोग डरे सहमे हुए हैं. क्षेत्र में रहने वाले पुराने लोग तो फिर भी शफीक को पहचानते हैं, लेकिन नए लोगों के लिए उसकी पहचान सिर्फ और सिर्फ एक आतंकी के रूप में है जिसके कारण खौफ का माहौल बना हुआ है.
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