भोपल: भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं और एक बार फिर उन्होंने ऐसा विवादित बयान दिया है. रेलवे डिपार्टमेंट के एक एडीआरएम पर रेप का आरोप लगने के बाद उन्होंने अफसर के कृत्य को गलत तो बताया साथ में रेप पीड़िता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. साध्वी प्रज्ञा ने पीड़ित महिला की ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया.
पुरुष होने का दंड न मिले
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने रेप पीड़िता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कोई लालच दे रहा तो उसे खुद को समर्पित करने वाली महिला भी गलत है. उन्होंने कहा कि एक साल से ज्यादा हो गया इसके बाद आप उसकी शिकायत करेंगे तो यह गलत है. बीजेपी सांसद ने कहा कि किसी को पुरुष होने का दंड नहीं मिलना चाहिए.
रेलवे में ADRM पद पर तैनात गौरव सिंह के खिलाफ एक महिला सहकर्मी ने रेप का आरोप लगाया है. इसके बाद रेलवे के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने पीड़िता को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि महिला सहकर्मी को लोभ दिया गया कि उसकी नौकरी लगवा देंगे, नियुक्ति करवा देंगे, इस बिनाह पर उसका शोषण हुआ. कहीं न कहीं उस महिला की भी गलती है, अगर उसने लोभ दिया तो आपने भी तो खुद को समर्पित कर दिया. इस मामले को एक साल से ज्यादा हो गया फिर आप उसकी शिकायत करते हो तो यह गलत है.
महिला को पहले करनी थी शिकायत
उन्होंने कहा कि अगर वह गलत है उत्पीड़न करता है तो सजा मिलनी चाहिए. लेकिन पता चला है कि महिला शादीशुदा थी और फिर भी वह उसका मानसिक उत्पीड़न करता था और फिर जब महिला से सुसाइड की कोशिश की तो यह पूरा मामला खुल गया. सांसद ने कहा कि ऐसे मामले में पहले ही महिला को अपनी शिकायत करनी चाहिए थी कि उसके साथ ऐसा हो रहा है.
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मोदी जी के शासन में उसकी सुनवाई जरूर होती और मध्य प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है. लेकिन पहले महिला ने लोभ में आकर खुद को समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि नियुक्ति आपका अधिकार था और पीड़ित महिला को वरिष्ठ अधिकारियों के पास जाना चाहिए और विभाग में अफसरों से पहले ही शोषण के खिलाफ शिकायत करनी चाहिए थी.
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