भोपाल। मध्य प्रदेश में अधर्म पर धर्म की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयादशमी का पर्व “दशहरा” शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी शहरों और नगरों में जगह-जगह रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्म के पुतलों का दहन किया गया, हालांकि, कोरोना के चलते इस बार भी भगवान श्रीराम के चल समारोह नहीं निकले, लेकिन गली-मोहल्लों के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर रावण दहन के कार्यक्रम जरूर हुए, जिनमें बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। इसके साथ ही नवरात्रि के समापन पर शुक्रवार को जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया गया और उसके बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ, जो दूसरे दिन सुबह तक जारी रहेगा।
दशहरे के मौके पर शुक्रवार को सुबह से ही नागरिकों, व्यापारियों ने अपने वाहनों और अस्त्र-शस्त्र के साथ विभिन्न संस्थाओं में कल-पुर्जों का पूजन-अर्चन किया। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी नगरों में दहशरे के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा पथ संचलन किया गया। इस दौरान स्वयंसेवक अनुशासन में सड़कों पर कदमताल करते हुए निकले। इसके बाद अस्त्र-शस्त्रों का पूजन किया गया। नागरिकों ने अपने घरों में वाहनों को धोकर पूजन किया। पुलिस ने भी अपने हथियारों की पूजा की। वहीं व्यापारियों, उद्योगपतियों ने अपने संस्थानों, उद्योंगों में पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना की।
इसके साथ ही परम्परा के अनुसार, शाम को रावण, कुम्भकर्म और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। दशहरा मैदानों पर बड़े-बड़े आकार के पुतले बनाए गए थे, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर रावण दहन का लुत्फ उठाया। इसके साथ ही नवरात्रि के समापन के बाद शुक्रवार को सुबह से सार्वजनिक स्थलों पर विराजित दुर्गा पंडालों में भंडारों का आयोजन किया गया। दिनभर चले भंडारों के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ। निर्धारित विसर्जन स्थलों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रतिमाओं का विसर्जन फिलहाल जारी है। भोपाल में प्रमुख घाटों रानी कमलापति घाट कमला पार्क, खटलापुरा, प्रेमपुरा घाट, सीहोर नाका, हथाईखेड़ा – अनंतपुरा, मालीखेड़ी, शाहपुरा, ईटखेड़ी और नरोन्हा सांकल विसर्जन स्थल पर पूरे विधि विधान से प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा इन घाटों पर व्यापक व्यवस्थाएं की हैं।
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अविनाश लवानिया द्वारा दशहरा पर्व और दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दृष्टिगत कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए शहर के प्रत्येक घाट पर अनुविभागीय अधिकारी, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं सहायक अधिकारी को विसर्जन कार्य समाप्ति तक के लिए तैनात किया गया हैं।
विसर्जन घाटों पर मुस्तैद हैं प्रशासन की टीमें
भोपाल के अलावा अन्य शहरों एवं कस्बों में देवी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। विसर्जन घाटों का अधिकारियों द्वारा पूर्व में ही निरीक्षण कर लिया गया था। प्रतिमा विसर्जन के दौरान भी विसर्जन घाटों पर एसडीएम, तहसीलदार तथा अन्य अधिकारी एवं स्थानीय अमला सहित प्रशासन की टीम उपस्थित है। घाटों पर बेहतर इंतजाम के बीच दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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