बालाघाट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बालाघाट जिले (Balaghat District) में बुधवार को गढ़ी थाना क्षेत्र (Garhi Police Station Area) के अंतर्गत सुपखार रेंज में हुई मुठभेड़ में हॉक फोर्स द्वारा चार महिला नक्सलियों (Four Women Naxals) को मार गिराया गया था। पुलिस को मिली इस सफलता के बाद आईजी संजय कुमार (IG Sanjay Kumar) और एसपी नगेन्द्र सिंह ने गुरुवार को पत्रवार वार्ता आयोजित की। उन्होंने बताया कि चारों महिला नक्सलियों की पहचान हो गई है। चारों पर 62 लाख रुपये का ईनाम घोषित था।
आईजी संजय कुमार ने मुठभेड़ के दौरान हुई फायरिंग और दलों के सम्बंध में विस्तार से जानकारी देते बताया गया कि कान्हा-भोरमदेव डिवीजन के नक्सलियों के एक समूह की उपस्थिति की सूचनाएं एकत्रित हुए थी। इसके बाद बुधवार को जिला पुलिस बल और हॉक फोर्स द्वारा रौंदा गढ़ीदादर व कटोलदेही में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जब हॉक फोर्स व पुलिस बल द्वारा संदिग्ध क्षेत्र में सर्चिंग की जा रही थी। उसी दौरान 20 से 25 नक्सलियों के समूह द्वारा पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। तब सुरक्षा बलों द्वारा जान की परवाह न करते हुए जवाबी फायरिंग शुरू की गई। फायरिंग में चार हार्डकोर वर्दीधारी महिला नक्सली मारी गई। इसके पास से एक इंसास मैग्जीन के साथ, एक एसएलआर रायफल मैग्नीज के साथ, 303 व 315 रायफल और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई।
मुठभेड़ में ये मारी गई महिला नक्सली
पत्रकार वार्ता में बताया गया कि सुकमा में भोरमदेव एरिया कमेटी कमांडर आशा पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। सुकमा में जगरगुंडा की शीला उर्फ पदम उर्फ सरिता जो एसीएम भोरमदेव एरिया कमेटी से जुड़ी थी। इस पर 14 लाख का इनाम था। कोंडागांव की रंजिता एसीएम भोरमदेव एरिया कमेटी जिस पर 14 लाख रुपये और सुकमा की लक्खे मरावी एसीएम भोरमदेव एरिया कमेटी पर भी 14 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इन चारों को मुठभेड़ में मार गिराया गया। इसके अलावा कुछ नक्सली घने जंगल के सहारे भागने में कामयाब हुए है। हॉक फोर्स, पुलिस पार्टी और सीआरपीएफ द्वारा बड़े क्षेत्र में सर्चिंग जारी है।
जंगली इलाके में ऑपरेशन
मध्य प्रदेश में माओवादियों का दूसरा डिवीजन गोंदिया, रंजनगांव और बालाघाट (जीआरबी) था। उन्होंने बताया कि केबी और जीआरबी डिवीजन नक्सलियों के एमसीसी (महाराष्ट्र, एमपी और छत्तीसगढ़) जोन के अंतर्गत आते हैं। एडिशनल पुलिस सुपरिटेंडेंट विजय डाबर ने बताया कि राज्य पुलिस की नक्सल विरोधी हॉक फोर्स और स्थानीय पुलिस टीमों ने जंगली इलाके में हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया। मुठभेड़ स्थल से हथियार भी बरामद हुए हैं।
हथियार बरामद
बालाघाट महाराष्ट्र के गोंदिया जिले और छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, खैरागढ़ और कवर्धा जिलों की सीमा से सटा हुआ है। दोनों पड़ोसी राज्यों के कुछ इलाकों में वामपंथी उग्रवाद का खतरा है। डाबर ने पीटीआई को बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर एक स्थान पर सुबह गोलीबारी शुरू हुई। आधिकारिक बयान के अनुसार, यह घटना गढ़ी थाना क्षेत्र के सुपखर वन रेंज में रोंडा वन शिविर के पास हुई। पुलिस ने घटनास्थल से एक इंसास राइफल, एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर) और एक .303 राइफल के अलावा डेली यूज की जरूरी चीजें बरामद की हैं।
सीएम ने दी बधाई
आधिकारिक बयान के अनुसार, मुठभेड़ में कुछ नक्सली घायल हो गए, लेकिन वे भागने में सफल रहे। इसमें कहा गया है कि पुलिस की 12 टीम उन्हें पकड़ने के लिए तलाश अभियान चला रही हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विद्रोहियों को मार गिराने के लिए पुलिस को ‘एक्स’ पर बधाई दी। उन्होंने लिखा, ‘राज्य से नक्सलवाद को खत्म करने के प्रयास में इस उपलब्धि के लिए मध्य प्रदेश पुलिस को बधाई।’ यादव ने कहा कि उनकी सरकार अगले एक साल में वामपंथी उग्रवाद को खत्म करने के केंद्र के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रही है।
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