जबलपुर. मध्य प्रदेश (MP) के जबलपुर (Jabalpur) में 100 से ज्यादा मुसलमानों (Muslims) ने तिरंगा लहराते (waving the tricolour) हुए मार्च (march ) निकाला और पुलिस को ज्ञापन सौंपकर दावा किया कि वे दक्षिणपंथी संगठनों के निशाने पर एक निर्माणाधीन मस्जिद (mosque) पर अदालत (court) के फैसले का पालन करेंगे.
यह मार्च शुक्रवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद निकाला गया. हिंदू संगठनों ने दावा किया था कि रांझी पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत मढ़ई में मस्जिद एक मंदिर ट्रस्ट की जमीन पर बन रही है और उप-मंडल मजिस्ट्रेट द्वारा इस पर रोक लगाए जाने के बाद भी निर्माण जारी है.
पुलिस अधीक्षक (SP) आदित्य प्रताप सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने कहा कि वे अदालत के आदेश का पालन करेंगे और जिले में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व भाजपा नेता एम सिद्दीकी ने कहा कि समुदाय ने सिविल कोर्ट में मामला दायर किया है. सिद्दीकी ने कहा, यह दावा किया जा रहा है कि जिस जमीन पर मस्जिद प्रस्तावित है, वह गायत्री मंदिर की है. यह भी दावा किया जा रहा है कि यह भूखंड यानी प्लॉट निजी व्यक्तियों का है. अदालत दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर फैसला लेगी. यह मुस्लिम समुदाय को स्वीकार्य होगा.
बता दें कि शुक्रवार को जबलपुर के रांझी इलाके के मढ़ई स्थित एक मस्जिद को लेकर तनावपूर्ण हालात बन गए थे. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता मस्जिद तोड़ने की जिद पर अड़ गए हैं. हिंदू संगठनों का आरोप है कि मस्जिद गायत्री बाल मंदिर की जमीन पर बनी है.
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