भोपाल: मध्य प्रदेश के मंत्री नागर सिंह चौहान (Nagar Singh Chouhan) ने सीएम मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. नागर सिंह से वन एवं पर्यावरण विभाग वापस ले लिया गया है इसलिए उन्होंने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी दी. यह मंत्रालय कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रामनिवास रावत (Ramniwas Rawat) को दिया गया है.
नागर सिंह ने कहा कि अगर बीजेपी के संगठन के नेता उनकी चिंताओं पर सकारात्मक जवाब नहीं दे पाए तो उनकी पत्नी अनिता सिंह चौहान (Anit Singh Chouhan) भी ऐसा करेंगी और रतलाम सांसद का पद छोड़ देंगी. नागर सिंह ने कहा, ”मेरी आवाज नहीं सुनी गई, मैं पहले संगठन के नेताओं से बात करूंगा और फिर अगले कदम पर फैसला करूंगा. मैं पार्टी संगठन से बात करके एक-दो दिन में निर्णय लूंगा.” नागर सिंह मध्य प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता ने हैं.
उन्होंने कहा कि ”अगर मुझे लगता है कि मुझे पद पर नहीं रहना चाहिए तो मैं अपनी पत्नी अनीता के साथ इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आदिवासियों की आबादी 23 प्रतिशत है. पहली बार आदिवासियों को नेतृत्व दिया गया है लेकिन अब आदिवासियों से जुड़ा वन विभाग छीनकर कांग्रेस से आए एक नेता को दे दिया गया.”
नागर सिंह चौहान ने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि यह मेरे या पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए फायदेमंद है.” मध्य प्रदेश के मंत्री नागर सिंह ने बताया कि उन्होंने रविवार रात पार्टी नेताओं के साथ इस विषय को लेकर बात की है और इस पर बात करना जारी रखेंगे. नागर ने कहा कि ”अगर वे चाहते हैं तो मैं उनसे बात करूंगा और अगर वे नहीं चाहते हैं तो कोई दिक्कत नहीं हैं.”
बता दें कि रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अप्रैल महीने में बीजेपी में शामिल हो गए थे. वह पूर्व कांग्रेस विधायक और श्योपुर जिले के विजयपुर से छह बार विधायक रह चुके हैं. उन्हें 8 जुलाई को कैबिनेट में शामिल कर लिया गया था. वहीं रविवार को अधिसूचना जारी कर बताया गया कि उन्हें वन एवं पर्यावरण विभाग आवंटित किया गया है जिसका नागर सिंह विरोध कर रहे हैं.
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