रीवा। रीवा (Rewa) पुलिस ने डमी टाइम बम (dummy time bomb) रखकर दहशत फैलाने वाले तीन दहशतगर्दों (Three terrorists spreading panic) को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी मैकेनिकल इंजीनियर (mechanical engineer) है। पिछले 6 साल से ये अलग अलग इलाकों में डमी बम रखकर दशहत फैला रहे थे। अकेले रीवा में ही पिछले 15 दिन में 5 जगह ये बम रख चुके थे. ये बेरोजगार युवक हैं. नौकरी नहीं मिलने के कारण परेशान थे. सरकार ने जब नौकरी नहीं दी तो अपनी बात पहुंचाने के लिए बम रखकर दहशत फैलानी शुरू कर दी।
रीवा जिले में डमी टाइम बम रखकर दहशत फैलाने वाले तीन आरोपियों को सुहागी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पांच अलग-अलग जगहों पर डमी टाइम बम रखा था. ये बेरोजगार हैं. अपनी बेरोजगारी से तंग आकर सरकार का ध्यान खींचने के लिए ये रास्ता अपना लिया था।
15 दिन में 5 जगह हरकत
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि आरोपियों का इतिहास बहुत पुराना है. ये पिछले 6 साल से इसी काम में लगे थे. वर्ष 2016 से अब तक लगातार डमी टाइम बम लगाकर पुलिस को चुनौती दे रहे थे। वर्ष 2016 में महानगरी एक्सप्रेस ट्रेन और 2017 में संगम एक्सप्रेस ट्रेन में भी इन्होंने बम लगाए थे। पिछले 15 दिन में रीवा जिले में तकरीबन 5 जगह टाइम बम लगा चुके थे। बम में खोल तो होता था लेकिन उसमें कोई विस्फोटक पदार्थ नहीं भरा होता था।
आरोपी मैकेनिकल इंजीनियर
मुख्य आरोपी मैकेनिकल इंजीनियर है. उसे मिर्गी की बीमारी थी. इसी बीमारी के कारण उसकी नौकरी चली गई थी. इसी से खफा होकर उसने बम लगाने की साजिश रची ताकि सरकार को डराया जा सके. उसने जब दहशत फैलाना शुरू किया तो उसके साथ बीकॉम और लॉ कर चुके दो और लड़के जुड़ गए।
ऐसे आए पकड़ में
आरोपी 2016 से खुले घूम रहे थे. वो पुलिस की पकड़ में ही नहीं आ रहे थे. लेकिन रीवा के सोहागी थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित पुल पर जब आरोपियों ने पहला नकली बम प्लांट किया तो ये वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की नजर में आ गए. बस पुलिस के लिए इतना सुराग तो काफी था। उसके बाद पुलिस ने छानबीन करते हुए आरोपियों को ढूंढ निकाला।
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