भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम के तेवर बदल गए है। राजधानी भोपाल में सोमवार रात से शुरू हुआ बारिश का दौर मंगलवार सुबह तक जारी रहा। पूरी रात बौछारें गिरने के कारण मंगलवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। बारिश से सर्दी बढ़ गयी है और ठंड के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे। मौसम विभाग की मानें तो अगले चौबीस घंटे में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश व बिजली चमकने की संभावना है। कहीं-कहीं कोहरे के भी आसार हैं। राजधानी में गिरी मावाठे की बारिश फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे। हालांकि प्रदेश के कुछ इलाकोंं में ओला पाला से फसलों को नुकसान भी हुआ है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम राजस्थान व सटे इलाकों में 1.5 किमी ऊपर चक्रवात बना है। चक्रवात अरब सागर से नमी खींच रहा है, जिससे बारिश और कोहरे की स्थिति बनी। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में साथ-साथ साथ मध्य प्रदेश के भी कुछ इलाकों में अगले 2-3 दिनों तक यानी 6 जनवरी तक बारिश का मौसम इसी तरह से बना रहेगा। इस दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश में रुक-रुककर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश के बीच कहीं पर भारी वर्षा और ओलावृष्टि होने की आशंका है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद संभागों, रतलाम, नीमच, मंदसौर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, जबलपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ जिलों में गरज चमक के साथ बौछार गिरने की संभावना है। इसके अलावा रतलाम, नीमच, मंदसौर, श्योपुर कलां और इंदौर जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने के आसार हैं। चंबल संभाग के जिलों, भोपाल, राजगढ़, शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, नीमच और मंदसौर जिले में हल्के के साथ मध्यम कोहरा छा सकता है। मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी के अनुरूप सोमवार को राज्य के कई हिस्सों में बादल छाए रहे। कहीं हल्की वर्षा हुई तो कहीं ओले भी गिरे। वहीं पूर्वी म.प्र. पूरी तरह शुष्क रहा, पश्चिमी म.प्र. के श्योपुर कलां में सर्वाधिक 30 .9 मिमी वर्षा दर्ज की गई।