मुख्यमंत्री ने कड़कड़ाती ठंड में लिया रैनबसेरा का जायजा, व्यवस्थाएं देखीं
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि सर्द रातों में गरीब भाई-बहन विशेषकर मजदूरी करने आये लोगों को जिन्हें जगह नहीं मिलती और वह सड़क किनारे फुटपाथ (person should not sleep on the sidewalk) पर सो जाते हैं, ऐसे लोगों को रैनबसेरा में सहारा (Sahara in Rainbasera) मिलता है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति फुटपाथ पर न सोए, इसकी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री ने भोपाल कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि फुटपाथ पर सोने वाले व्यक्तियों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। रैन बसेरों की सुविधाएं और स्थान बढ़ाने की जरूरत है, जिससे अधिक से अधिक लोग सुविधा प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार देर रात में भोपाल शहर के भ्रमण पर निकले। रात्रि करीब 10 बजे उन्होंने शाहजहानी पार्क, हमीदिया अस्पताल रैनबसेरा, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और बुधवारा स्थित रेन बसेरा का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और वहाँ ठहरे लोगों से रैनबसेरा द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं के संबंध में चर्चा की। उन्होंने शाहजहानी पार्क रैनबसेरा में दो व्यक्तियों की तबीयत ठीक नहीं होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने रैन बसेरा में पलंगों की संख्या बढ़ाने के लिए एक के ऊपर एक पलंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यहाँ ठहरे लोगों ने उपलब्ध सुविधाओं से संतुष्टि जाहिर की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्षों की भांति इस साल भी मैं सर्दी में अपने श्रमिक भाई-बहनों का कुशलक्षेम पूछने आया हूँ। उन्होंने बताया कि यहां कंबल भी है, अलाव भी जल रहा है, दीन दयाल रसोई से भोजन मिलता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल के चार बत्ती चौराहा, बुधवारा स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण किया और सुविधाओं का जायजा लेते हुए वहाँ ठहरे मजदूर भाई-बहनों के लिए सर्दी से बचाव की उचित व्यवस्थाएँ करने के निर्देश दिए। उन्होंने बुधवारा में हाथ ठेला और अन्य मजदूरों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने रेलवे स्टेशन भोपाल पर पहुंचकर फुटपाथ पर बैठे और सो रहे मजदूरों और अन्य लोगों से उनके हालचाल जाने। उन्होंने देर रात्रि नादरा बस स्टैंड पर पहुंच कर रैन बसेरा की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। (एजेंसी, हि.स.)
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