शाजापुर: मध्यप्रदेश के शाजापुर (Shajapur of Madhya Pradesh) के मगरिया मोहल्ले में एक 10 वर्षीय बच्ची पतंग लूटने के दौरान बिना मुंडेर की तीसरी मंजिल छत से नीचे गिर गई. बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन गंभीर हालत होने की वजह से प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर (Indore) रेफर कर दिया गया. बच्ची के सिर में गंभीर चोट आई है. इंदौर की रहने वाली घायल बच्ची का नाम जिकरा पिता सिकंदर है, वह अपने नाना के घर शाजापुर गई हुई थी.
जानकारी के मुताबिक, मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने के लिए बच्ची घर की छत पर थी. इसी दौरान पतंग लूटने में उसने दौड़ लगाई और पहले वह तार पर गिरी और उसके बाद नीचे जमीन पर आ गई. बच्ची को स्थानीय पार्षद इलाज के लिए जिला अस्पताल में लेकर गए थे, जहां से उसे इंदौर रेफर कर दिया. बता दें कि मकर संक्रांति पर पतंग की वजह से कई हादसे होते हैं. ज्यादातर मामलों में चाइनीज मांझे से दुर्घटना होने की बात सामने आती है.
इधर, धार के नजदीक दिगठान में 65 वर्षीय बुजुर्ग चाइना डोर की चपेट में आ गए, जिससे उसकी जान खतरे में पड़ गई. वहीं साढ़े चार साल के मासूम के चेहरे पर कट लगने से 10 टांके लगाकर उसका जीवन बचाया. दोनों ही घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. बुजुर्ग को गर्दन से कान तक 20 टांके लगाए गए. इसमें डॉक्टरों द्वारा बुजुर्ग की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, इधर 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सावधानी रखना होगी. इस तरह के हादसे से बचने के लिए दो दिन विशेष रूप से सर्तक रहना होगा.
रविवार को मकर संक्रांति पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन इस उत्साहित पतंगबाजी मौत की डोर चाइना डोर का उपयोग कर लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं. इस बार प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से चाइना डोर का व्यापार हुआ. बुजुर्ग के भाई ने बताया गुणावद के रहवासी 65 वर्षीय तोलाराम प्रजापत अपनी पत्नी लीलाबाई के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर ससुराल केलोद के लिए निकले थे. इस बीच रास्ते में दिग्ठान में अचानक से चाइना डोर आ गई. इसमें बाइक सवार पति-पत्नी गिर गए जैसे ही लोगों ने देखा तो दौड़कर मदद के लिए आए और दोनों पति-पत्नी को उठाया और अस्पताल भेजा.
शाम को दशहरा मैदान क्षेत्र में साढ़े चार साल का मासूम चाइना डोर की चपेट में आ गया. मासूम कृष्णा घर से कुछ दूरी पर खेल रहा था. इस बीच अचानक मासूम चाइना डोर की चपेट में आ गया. जब घर के स्वजनों ने मासूम को खून में लथपथ देखा तो तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां डाक्टरों की टीम ने मासूम के चेहरे पर 10 टांके लगा कर उसे भी भर्ती किया. फिलहाल बच्चे और बुजुर्ग का इलाज जारी है.
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