उज्जैन। उज्जैन (Ujjain) के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर (world famous Mahakal temple) परिसर जल्द ही एक नए भव्य स्वरूप में नजर आएगा। 650 करोड़ रुपये की मंदिर विस्तार योजना (Rs 650 crore temple expansion plan) के अंतर्गत बाबा महाकाल के परिसर को सजाया और संवारा जा रहा है। इस योजना के पहले चरण का काम लगभग पूरा हो गया है। महाशिवरात्रि (mahashivratri) के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने प्रथम चरण के कार्यों का अवलोकन भी किया था।
इस विस्तार योजना के तहत महाकाल मंदिर क्षेत्र को नौ गुना बड़ा एवं खूबसूरत बनाया जा रहा है। त्रिवेणी संग्रहालय के पीछे मंदिर में प्रवेश के लिए दो नए भव्य प्रवेश द्वार, 920 मीटर लंबा खूबसूरत कॉरिडोर, हार-फूल-प्रसाद, श्रृंगार की दुकानें, टिकट काउंटर और सोलर सिस्टम युक्त सरफेस पार्किंग जोन का निर्माण पूरा होने वाला है।
कॉरिडोर के पास स्थापित पत्थर एवं फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनीं भगवान शिव और अन्य देवी देवताओं की विशाल 127 मूर्तियों का रंग-रोगन जारी है। सप्त सागरों में शुमार प्राचीन रुद्रसागर की सफाई का कार्य भी शुरू हो गया है। 15 अप्रैल के बाद इसमें नर्मदा- क्षिप्रा नदी का जल भरा जाएगा। नीलकंठ वन का निर्माण कार्य भी जल्द ही शुरू होने वाला है।
लोकार्पण के बाद सभी श्रद्धालुओं को यहां स्थापित देवी-देवताओं की विशाल मूर्तियां करीब से देखने को मिलेंगी। 930 मीटर लंबा पाथवे, जिसके एक ओर108 आकर्षक खंभे, दूसरी ओर इतनी ही लंबी लगभग 15 फीट ऊंची दीवार पर शिव महापुराण में उल्लेखित देवी-देवताओं के भित्ती चित्र देखने को मिलेंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उज्जैन में गौरव दिवस की पूर्व सांध्य पर कहा की अवन्तिका नगरी महाकाल का विस्तार हो रहा है। अवंतिका के पुराने गौरव को पुनः स्थापित किया जा रहा है। महाकाल के नए द्वार का निर्माण हो रहा है।
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