भोपाल: मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet expansion in Madhya Pradesh) के बाद अब तक मंत्रियों को उनके विभाग नहीं सौंपे गए हैं. पार्टी की तरफ से अब तक इसको लेकर कोई संकेत भी नहीं मिले हैं. ऐसे में विभागों को बंटवारा न होने पर कांग्रेस ने निशाना साधना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के एक नेता ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) को इस मामले में पत्र भी लिखा है. जबकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Leader of Opposition Umang Singhar) ने भी मामले में सवाल उठाए हैं.
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों के बंटवारे में हो रही देरी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा ‘क्या इसे कहते है डबल इंजन वाली बीजेपी सरकार! पहले CM के चयन का फैसला 10 दिन में हुआ. फिर मंत्रिमंडल का फैसला 12 दिन में हुआ. जबकि अब विभागों के बंटवारे में देरी और खींचातानी जारी है, प्रदेश में मंत्रियों को विभागों का बंटवारा आखिर कब होगा.’
उमंग सिंघार ने कहा ‘डबल इंजन की सरकार में दिल्ली का इंजन ही चलता दिखाई दे रहा है. आखिर प्रदेश के नए नवेले मुख्यमंत्री जी को कोई अधिकार दिया भी गया है कि नहीं, या सारे फरमान दिल्ली दरबार से जारी हो रहे है. भाजपा की लेटलतीफी से शासन व्यवस्था ठप्प पड़ी है, जो सरकार विभागों की खींचा-तानी में लगी हो वो जनता को कैसे सम्भालेगी. जनता परेशान है की अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किन मंत्रियों के पास जाए? अब जनता मंत्रियों की तरह अपने कार्यों के लिए दिल्ली तो नहीं जाए? सकती.अब एक बड़ा सवाल. सरकार कौन चलाएगा? मध्य प्रदेश में “सुस्ताशन” का आरंभ.’
वहीं मंत्रियों को विभागों का बंटवारा नहीं होने पर कांग्रेस नेता अब्बास हफीज ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भी लिखा है, पत्र में लिखा गया एक महीना होने को आया लेकिन अब तक न मंत्रियों के पास कोई विभाग हैं न ही जिलों के लिए कोई प्रभारी मंत्री है. मध्य प्रदेश में रोज़ कई अपराध गठित हो रहे हैं लेकिन कोई गृह मंत्री तक नहीं हैं. विभागों के बंटवारे को लेकर बीजेपी की अंतर्कलह से जनता को नुकसान हो रहा है. विभागों को नीलामी से बचाइए और जनता के हित में फैसला जल्द ही लीजिए.’ कांग्रेस लगातार इस मसले में बीजेपी पर निशाना साध रही है.
वहीं मामले में बीजेपी ने भी पलटवार किया है. बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि ‘सरकार तत्परता के साथ अपनी पूरी गति के साथ काम कर रही है. मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे का संवैधानिक अधिकार मुख्यमंत्री के पास है, यह उन्हें करने दिया जाए और वह आसानी से इसको कर भी लेंगे. विभागों के बंटवारे का कांग्रेस को विशेष प्रतीक्षा है ,उनकी प्रतिक्षा निश्चित तौर पर पूरी होगी. कांग्रेस जिस प्रकार की राजनीति कर रही है वह इसी प्रकार की राजनीति करते हुए अपने नंबर और कम करने वाली है.’ दरअसल, मध्य प्रदेश में 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था. जिसमें 28 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी. लेकिन शपथ ग्रहण के बाद से अब तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि जल्द ही विभागों का बंटवारा हो सकता है.
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