छतरपुर (Chhatarpur)। बागेश्वर धाम प्रबंधन समिति (Bageshwar Dham Management Committee) ने अपने आदेश में दुकानदारों (shopkeepers) से नेम प्लेट (name plates) लगाने को कहा है। यह मौखिक आदेश पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) द्वारा जारी किया गया है। गुरुपूर्णिमा महोत्सव के दौरान शास्त्री ने धाम में मौजूद सभी दुकानदारों को ये निर्देश दिया है।
बागेश्वर धाम पर हजारों दुकानें लगी हुई हैं। कहां किसकी दुकान है यह पता नहीं है लेकिन अब इन दुकानदारों को अपने नाम की नेम प्लेट दुकान के बाहर लगानी होगी। अगर नेम प्लेट नहीं लगाई गई तो दुकानदार के खिलाफ धाम प्रबंधन समिति कानूनी कार्रवाई कराएगी। यह आदेश बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री का है। जिन्होंने धाम पर लगनी वाली दुकानों को लेकर दिया है। बागेश्वर धाम पर गुरुपूर्णिमा महोत्सव के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपना मौखिक आदेश दिया है। जिसे लेकर उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दुकान के बाहर नेम प्लेट जरूरी
वीडियो में शास्त्री कहते दिख रहे हैं कि दस दिन के अंदर धाम पर सभी दुकानदार अपनी दुकानों के सामने अपने नाम की नेम प्लेट लगवा लें, नहीं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमें भी तो पता चले कि राम है कि रहमान है। अगर दुकान के बाहर नेम प्लेट होगी, तो लोग अपने धर्म की रक्षा कर सकेंगे। इस तरह के आदेश के बाद से दुकानदारों में हड़कंप सा मचा हुआ है। वह जल्द ही अपनी दुकानों के गेट पर अपनी नेम प्लेटें लगवाने की तैयारी में जुट गए हैं।
एमपी-यूपी सहित अन्य राज्यों से आकर दुकानें चला रहे लोग
धाम पर स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी दुकानदार भी हैं। जहां दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी, राजस्थान आदि राज्यों के लोग कोई होटल, कोई चाय नाश्ता तो कोई प्रसाद और खिलौने, तस्वीरों सहित धार्मिक सामान की दुकानें लगाए हुए हैं। जहां दुकानों से किराया समिति के द्वारा लिया जाता है। किस दुकानदार को कितनी जगह दी गई है और कितना किराया है इसका पूरा डाटा समिति के पास मौजूद है।
लठैतों पर समिति को देना होगा ध्यान
देश दुनिया में विख्यात हो चुके बागेश्वर धाम पर कुछ लोग ऐसे भी एक्टिव हैं, जो धाम की सेवा के नाम पर लाठियां लिए रहते हैं और श्रद्धालुओं से बदसलूकी करते हैं। चूंकि दूर दूर से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। लोगों का कहना है कि श्रद्धालुओं से बदसलूकी करने वाले लठैतों को चिन्हांकित किया जाना चाहिए।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved