- जोरशोर से शुरू हुआ प्रवासी भारतीय सम्मेलन, मुख्यमंत्री बोले
- कोई इनोवेटिव आइडिया आए तो बस मामा को याद कर लेना
इंदौर। मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की ओर से मैं आपका स्वागत करता हूं। आप लोग मेरे दिल के टुकड़े हैं। आपका आत्मीयता से स्वागत है, जिसका प्रकटीकरण इंदौर की सड़कों पर भी देखा जा सकता है। मध्यप्रदेश में अपार संभावनाएं हैं। आपके पास जब भी कोई इनोवेटिव आइडिया आए, जिसे मध्यप्रदेश में उतारना है तो बस मामा को याद कर लेना।
ये बात रविवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के शुरुआती सत्र में कही। चौहान का कहना था कि इंदौर की जनता पलक-पावड़े बिछाकर आपका इंतजार कर रही थी। सड़कों पर विद्युत सज्जा कर जगह-जगह रंगोली बनाई गई। आप लोगों के आने की बात आई तो इंदौर वालों का कहना था कि मेहमानों को होटल के बजाय हमारे घरों में ठहराया जाए। चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे कामों की जमकर तारीफ की। सीएम ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री ने स्वच्छता को लेकर झाड़ू उठाई तो देशभर में अलख जग गया। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है, वह भी लगातार छह बार से आ रहा है। मध्यप्रदेश भी नंबर वन है। प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया का आह्वान किया तो सामान भारत बनाना शुरू हो गया। डिजिटल इंडिया कहा तो आज दुनिया का 40 प्रतिशत डिजिटल पेमेंट भारत में होता है। मोदी के नेतृत्व में देश अब दुनिया को दिशा दिखा रहा है। अब उन्होंने आत्म निर्भर भारत का आह्वान किया है। इसके लिए इनोवेशन और टेक्नोलॉजी जरूरी है।
तो मामा को याद करना जब कोई इनोविटिव आइडिया आए और प्रदेश में उतारना है तो मामा को याद कर लेना। नवाचार की बात करता हूं। जहां तक तुम्हारे विचार जाते हैं, वहां तक पहुंचने का साहस करो। दुनिया की सभी बड़ी कंपनियों में भारतीय नजर आते हैं, ये देखकर गर्व होता है। चौहान ने आखिर में इंदौर में आने वाले मेहमानों को सराफा और 56 दुकान जाने का आग्रह किया। साथ में महाकाल लोक के दर्शन करने को भी कहा। देश के युवा और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने युवा प्रवासियों का स्वागत करते हुए कहा कि पासपोर्ट का रंग कोई भी हो हमारा खून एक ही है। उन्होंने युवा प्रवासियों को सराफा चौपाटी जाने का आग्रह भी किया। उन्होंने अमृतकाल में देश की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए प्रवासियों को निवेश, आयडिया एक्सचेंज के लिए आमंत्रित किया। ठाकुर ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि आप यहां आए हैं तो सराफा जरूर जाएं और वहां व्यंजनों का आनंद लें। ठाकुर ने कहा कि जिन्होंने 200 साल हमारे देश पर राज किया। उन्हें पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी पांचवीं अर्थ व्यवस्था बनने का काम हमने किया। भारत के युवाओं ने पिछले आठ साल में दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप नेशन बनाने का काम भी किया। 80 हजार से ज्यादा स्टार्टअप भारत में हो गए हैं, जहां दुनिया कोविड से लड़ रही थी। भारत के युवा अपने स्टार्टअप को यूनिकॉन का दर्ज देने का काम कर रहे थे।
आपदा के समय अवसर की बात युवाओं ने दिखाई। हमारे 50 स्टार्टअप को यूनिकॉन का दर्जा भी आपदा के समय मिला। यह दिखाता है भारत के युवाओं की क्षमता क्या है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आकर्षक इन्वेस्टर्न डेस्टीनेशन है। यूपीआई भीम प्लेटफॉर्म पर 782 करोड़ ट्रांजेक्शन एक ही महीने में करके दिखाया है। जो दुनिया के विकसित देश भी करके नहीं दिखा पाए हैं। भारत साइंस और इंजीनियङ्क्षरग की पीएचडी अवार्ड करने में भी पीछे नहीं रहा। दुनिया में तीसरा रैंक भारत में मिला है। इंडिया ने अपने मोबाइल सबक्रिप्शन पर भी एक बहुत बड़ी प्रगति देखी है। इंटरनेट कनेक्शन 2014 में 250 मिलियन थे, वह 2022 में 900 मिलियन हो गए हैं। ब्रॉडबैंड कनेक्शन 810 मिलियन हो गए हैं। ये दिखाता है कि भारत में इंटरनेट की क्रांति किस तेजी से आ रही है।
आपदा के समय हम दुनिया पर निर्भर नहीं थे, मोदीजी ने दुनिया को आत्मनिर्भर बनाया। भारत ने दो सौ बीस करोड़ वैक्सीनेशन का काम किया। जो दुनिया में कोई सोच भी नहीं सकता था वह भारत के लोगों ने करके दिखाया है। सही मायने में वसुधैव कुटुंबकम की बात कर दुनिया को एक परिवार मानकर नरेंद्र मोदी ने एक ही देश के लिए नहीं 100 से अधिक देशों के लिए वैक्सीन, दवाएं देने का काम किया है। प्रवासी भारतीयों को इस बात पर गर्व भी होना चाहिए। निर्यात एक्सपोर्ट 400 मिलियन डॉलर से ज्यादा हो गया है। भारत का अपना इंडीजिनियस एयरक्राफ्ट करियर आइएनएस विक्रांत भी हमने आजादी के अमृत काल में दिया है। खेलों के क्षेत्रों में भारत ने ओङ्क्षलपिक से लेकर कॉमन वेल्थ गेम में नए आयाम स्थापित करने का काम किया है।