इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सौगात (big gift in the field of education) मिली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने मध्य प्रदेश के 55 जिलों में पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का वर्चुअल उद्घाटन (Virtual inauguration of PM College of Excellence in 55 districts) किया है। उन्होंने कहा कि इंदौर एजुकेशन हब बनने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। बता दें कि इंदौर के अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला व वाणिज्य महाविद्यालय में उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। इसमें गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल रहे। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के जरिये मध्यप्रदेश के 55 जिलों में शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को नई सौगात दी जा रही हैं। मैं मध्यप्रदेश के सभी विद्यार्थियों को बधाई देता हूं। हम मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी कहते हैं, उसी तरह इंदौर मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी है। हर्ष की बात है कि इंदौर एजुकेशन हब बनने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
शाह ने कहा कि देशभर में सबसे पहले मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। इस महत्वपूर्ण कदम के लिए मैं मध्यप्रदेश सरकार को बधाई देना चाहता हूं। वहीं इस प्रदेश में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई का पाठ्यक्रम मातृभाषा हिंदी में लागू किया गया। आज मेरे लिए हर्ष का विषय है कि पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई के नगरी इंदौर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत एक दिन में 11 लाख से अधिक पौधारोपण कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी का सपना है कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर हमारा भारत हर क्षेत्र में अग्रणी रहें। विकसित भारत के निर्माण के लिए मोदी सरकार ने सबसे पहले नई शिक्षा नीति लाने का काम किया है, जो छात्रों को हमारी प्राचीन संस्कृति से जोड़ने का काम करेगी।
गौरतलब है कि पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस पुस्तकालय, लैब उपकरण से खेल सुविधाओं से लैस होंगे। मध्य प्रदेश के सभी जिलों के 55 पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के लिए 486 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। बता दें कि एक्सीलेंस कॉलेजों की खासियत यह है कि ये कॉलेज सभी संसाधनों से युक्त होंगे। इसके साथ ही नई शिक्षा नीति के अनुरूप इनमें सभी कोर्स उपलब्ध होंगे। 2232 नवीन पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने 150 करोड़ रुपये वार्षिक आवर्ती की सौगात दी है। इन 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में 1845 शैक्षणिक, 387 तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पद सृजित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज प्रदेश को सौगात मिल रही है। पूरे देश में नई शिक्षा नीति लागू करने वाला राज्य मप्र बना। परंपरागत कोर्स को दायरे तोड़कर नई शिक्षा की शुरुआत की। शिक्षा को लेकर विकल्प खुला है। पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस हर जिले में एक कॉलेज बना है। जो इसी सत्र से प्रारंभ हो रहा है। कॉलेजों के लिए आज ही 450 करोड़ के कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण हो रहा है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि छात्र अब हमारी संस्कृति को भी जानेंगे, सभ्यता को भी समझेंगे। आज इन कॉलेज के माध्यम से में बीकॉम लॉजिस्टिक, बीकॉम ईटेक ऑपरेशन, बीकॉम इन रिटेल ऑपरेशन, बीएससी इन हेल्थ केयर मैनेजमेंट, बीएससी मार्केटिंग इन सेल्स ऐसे नए कोर्स से हम और तरक्की कर सकता है।
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