वीजा आवेदनों की रिजेक्शन की दर 1 से बढक़र 5 तक पहुंची
इंदौर। विकाससिंह राठौर।
पर्यटकों (Tourists) की पहली पसंद माने जाने वाले यूएई (UAE) में जाना अब पर्यटकों के लिए मुश्किल हो रहा है। पिछले कुछ समय से यूएई द्वारा वीजा (visa) आवेदनों को निरस्त किए जाने के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण यात्रा की योजना बना चुके पर्यटक परेशान हो रहे हैं और यात्रियों के साथ ही ट्रेवल एजेंट्स को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
पर्यटक वीजा के लिए कड़े किए नियम
कटारिया ने बताया कि वीजा आवेदनों के निरस्त होने का बड़ा कारण यूएई में अवैध रूप से बढ़ती लोगों की संख्या को रोकना माना जा रहा है। इसे देखते हुए यूएई ने कुछ समय पहले नए वीजा रेग्युलेशन रुल्स को लागू किया है, जो पहले के प्रावधानों की अपेक्षा काफी कड़े हैं, जिसके कारण वीजा आवेदन निरस्त हो रहे हैं।
इन नियमों का रखें खयाल
यूएई द्वारा लागू किए गए नए वीजा रेग्युलेशन रूल्स के हिसाब से टूरिस्ट वीजा के लिए आवेदक के सभी दस्तावेजों का पूरा और सही होना जरूरी है। इसमें सबसे जरूरी यात्री के रिटर्न टिकट और होटल बुकिंग प्रमुख है। यह बुकिंग भी किसी अधिकृत ट्रेवल एजेंसी से होना चाहिए और बुकिंग पर क्यूआर कोड होना चाहिए, जिसे वेरिफाई किया जा सके, वहीं अगर आप यूएई में बसे अपने किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहे हैं तो उसकी भी पूरी जानकारी इमिग्रेशन की वेबसाइट पर दर्ज करना होगी। इसके साथ ही दो माह के वीजा के लिए आपके बैंक खाते में 5 हजार दिरम (करीब 1.14 लाख रुपए) होना जरूरी है। इसकी जानकारी भी आवेदन के साथ देना जरूरी है।
100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
कटारिया ने बताया कि हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 में 9,66,687 भारतीयों ने यूएई वीजा के लिए आवेदन किया था, जिसमें 1.51,752 लोगों के आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में यात्री पहले से टिकट और होटल बुकिंग करवा लेते हैं, लेकिन ग्रुप के किसी एक भी सदस्य का वीजा निरस्त हो जाने पर पूरे ग्रुप का जाना लगभग कैंसल हो जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ समय में इस तरह के मामलों में भारतीयों के 109 करोड़ रुपए से ज्यादा डूब चुके हैं, क्योंकि ज्यादातर मामलों में फ्लाइट टिकट और होटल बुकिंग नॉन रिफंडेबल होती हैं। इसके कारण एजेंट्स को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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