भोपाल (Bhopal) । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के हरदा (Harda) में विस्फोट (blast) और आग से प्रभावित पटाखा फैक्ट्री (firecracker factory) के आसपास रहने वाले लगभग 100 लोगों ने शनिवार को एक घंटे के लिए सड़क पर जाम लगा दिया. सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की गई. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मांग की गई कि तुरंत इलाके से मलबे को हटाया जाए.
मंगलवार को पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट और उसके बाद आग लगने से अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है और 200 से अधिक घायल हो गए. स्थानीय लोगों ने रसायन युक्त मलबे के कारण क्षेत्र में अत्यधिक दुर्गंध की शिकायत की. उन्होंने यह भी मांग की कि न्यायिक हिरासत में चल रहे आरोपी राजेश अग्रवाल की हरदा शहर के बाहरी इलाके में सील की गई दो और पटाखा फैक्ट्रियों को स्थायी रूप से बंद किया जाए.
स्थानीय लोगों ने मांग की कि शहर के मध्य में सब्जी बाजार के पास स्थित आरोपी के घर को कुर्क किया जाए और उसके बेसमेंट पर उसके द्वारा चलाई जा रही पटाखा दुकान को तोड़ा जाए. प्रदर्शनकारियों ने जिला मुख्यालय से सिर्फ 2 किमी दूर, हरदा नगर पालिका के वार्ड नंबर 31 में मगदी रोड पर इकाई के पास अपना धरना समाप्त कर दिया. लोगों को एसडीएम सी पार्थे ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगें तीन दिनों में पूरी कर दी जाएंगी.
मानवाधिकार आयोग ने सरकार को भेजा नोटिस
नेशनल ह्युमन राइट्स काउंसिल ने राज्य सरकार को नोटिस भेजा है. राज्य के पुलिस प्रमुख को भी नोटिस जारी किया गया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक बयान में कहा, “कथित तौर पर, एक वायरल वीडियो में पीड़ितों के शव सड़कों और खेतों में बिखरे हुए दिखाई दिए थे.” एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को भोपाल के एक अस्पताल में आठ वर्षीय लड़के की मौत के बाद विस्फोट में मरने वालों की संख्या 13 तक पहुंच गई. मंगलवार धमाके में पटाखा फैक्ट्री पूरी तरह तबाह हो गया था. इस हादसे में कमोबेश 200 लोग घायल हुए थे.
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