शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले (Shivpuri district) में सहकारी समितियों से जुड़े कर्मचारी (employees of co-operative societies) अनिश्चितकालीन हड़ताल (indefinite strike) पर चले गए हैं। इस हड़ताल के चलते समूचे जिले में सहकारी समिति जिसमें ऋण वितरण वसूली (loan disbursement recovery), खाद बीज वितरण, फसल बीमा, उचित मूल्य की दुकानें से खाद्यान्न वितरण आदि का कार्य प्रभावित हो गया है।
शिवपुरी कलेक्टर कार्यालय (Shivpuri Collector Office) के नजदीक धरने पर बैठे सहकारी समितियों से जुड़ी संयुक्त सहकारी समिति (पैक्स) कर्मचारी महासंघ के कर्मचारियों का कहना है कि मामा शिवराज ने उनकी बातें नहीं मानी तो उनकी विदाई तय है। जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती वह अपनी निश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे। कर्मचारियों ने बताया कि शिवपुरी जिले में 800 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए जिसके कारण सहकारी समितियां से जुड़े कार्य प्रभावित हुए हैं।
शिवपुरी में कलेक्टर कार्यालय के नजदीक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे संयुक्त सहकारी समिति पैक्स कर्मचारी महासंघ से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें केंद्र सरकार के समान वेतनमान दिया जाए। इसके अलावा जो उनकी लंबित मांगे और पूर्व में उनके द्वारा जो ज्ञापन दिए गए हैं उनको मांगों को तत्काल पूरा किया जाए। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि जो भी राजनीतिक दल उनकी मांगों का समर्थन करेंगे वह उसका समर्थन करेंगे। कुल मिलाकर इस पूरे मुद्दे पर राजनीति भी गरमा गई है।
संयुक्त सहकारी समिति पैक्स कर्मचारी महासंघ द्वारा इस हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में कई कार्य प्रभावित हुए हैं। ऋण वितरण वसूली, खाद बीज वितरण, फसल बीमा, उचित मूल्य की दुकान से खाद्यान्न वितरण सहित अन्य कार्य हड़ताल के चलते प्रभावित हैं। सहकारी कर्मचारी यूनियन का कहना है कि आने वाले दिनों में इस हड़ताल का और भी व्यापक असर देखने को मिलेगा। मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एकाएक लगातार कई कर्मचारी वर्ग अपने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल व धरने पर बैठने लगे हैं। इससे प्रदेश सरकार की मुसीबत भी बढ़ गई है।
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