जबलपुर। भीषण गर्मी (scorching heat) के इस दौर में बिजली उपभोक्ताओं (electricity consumers) को बड़ा झटका लग गया है. नई बिजली की दरें (Electricity Rate Hiked) लागू हो गई हैं. जिसके हिसाब से अब सोच समझकर घरों की बिजली जलानी होगी. प्रदेश में 2.64 फीसदी तक बिजली महंगी (Electricity costlier by 2.64 percent) हो चुकी है. बिजली कंपनियों के प्रस्ताव के बाद विद्युत नियामक आयोग ने दरें बढ़ायी हैं.
मध्यप्रदेश में बिजली की बढ़ी हुई नई दरें इसी महीने से लागू हो गई हैं. बीते दिनों बिजली कंपनियों की टेरिफ याचिकाओं पर विद्युत नियामक आयोग ने फैसला सुनाया था. उसके बाद नई दरें लागू कर दी गई हैं. घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में बढ़त बेहद कष्ट दायक हैं. इस लिहाज से अब घरों में बिजली सोच समझकर जलानी होगी क्योंकि हर यूनिट की खपत के साथ आपके बिजली बिल का दायरा भी बढ़ता जाएगा.
विद्युत नियामक आयोग का फैसला
वित्तीय वर्ष 2022- 23 के लिए विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की 2.64 फीसदी दर बढ़ाने का निर्णय लिया था. हालांकि बिजली कंपनियों ने मध्यप्रदेश में 8.71 फ़ीसदी बढ़ोतरी की मांग की थी और 3916 करोड़ का घाटा दर्शाया था. नियामक आयोग ने 1181 करोड़ का ही मंजूर किया. बहरहाल एक मध्यमवर्गीय परिवार के लिए सबसे ज्यादा यह वृद्धि असर डालेगी।
आंकड़ों पर गौर करें तो समझ सकेंगे कि बिजली कितनी महंगी हुई-
– 0- 50 यूनिट खपत पर लगेंगे 4.21 रुपए प्रति यूनिट् जबकि पहले लगते थे 4.13 रुपए.
-51-150 यूनिट खपत पर लगेंगे 5.17 रुपए प्रति यूनिट जबकि पहले लगते थे 5.05 पैसे.
-151-300 यूनिट खपत पर लगेंगे 6.74 रुपए प्रति यूनिट जबकि पहले लगते थे 6.45 रुपए
-300 यूनिट से अधिक की खपत पर लगेंगे 6.74 रुपए प्रति यूनिट जबकि पहले देने होते थे 6.65 पैसे.
-इसके अतिरिक्त 50 यूनिट खपत पर 69 रुपये का फिक्स चार्ज
– 51 से 150 यूनिट खपत करने पर 121 रुपये का फिक्स चार्ज देना होगा
– जबकि 70 रुपये मिनिमम एनर्जी चार्ज भी जोड़ दिया गया है
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