भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में तीन दिसंबर चुनावी नतीजे (December 3 election results) आएंगे. इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वहीं इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन (Chief Electoral Officer of Madhya Pradesh Anupam Rajan) ने आश्वस्त किया है कि स्ट्रांग रूम पूरी तरह सुरक्षित हैं और सभी स्ट्रांग रूम पर सेंट्रल फोर्स की व्यवस्था (Central force arrangements at all strong rooms) है. अनुपम राजन ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार 80 साल से अधिक और दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से मतदान करवाया गया था. 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोग जिन्होंने घर से मतदान किया उनकी संख्या 51,259 है. जिन दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान किया उनकी संख्या 12,093 है. जो अतिआवश्यक सेवाओं के लोग थे उनमें से 1,113 लोगों ने होम वोटिंग का लाभ लिया, जिसमें फायर, मेडिकल आदि को शामिल किया गया था.
राजन ने आगे बताया कि जो सरकारी कर्मचारी थे, जिन्होंने पोस्टल बैलेट से मतदान किया उनकी संख्या 3,04,623 है. वहीं ऐसे कर्मचारी जिन्होंने ईडीसी के जरिए मतदान किया उनकी संख्या 21,197 है. इस तरह 32500 से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों ने पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान किया है. बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान किया गया. वहीं अब तीन दिसंबर को चुनावी नतीजे सामने आएंगे. इससे पहले एग्जिट पोल में कुछ-कुछ तस्वीर सामने आई है लेकिन असल नतीजे रविवार को घोषित होंगे.
मध्य प्रदेश में एग्जिट पोल के मुताबिक इस बार प्रदेश से कांग्रेस सत्ता के शिखर तक पहुंच सकती है. वहीं शिवराज सरकार की विदाई हो सकती है. एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक एमपी की 230 सीटों की बात करें तो 113 में से 137 सीटें कांग्रेस के खाते में आ सकती हैं, जबकि 88 से 112 सीटें बीजेपी को मिल सकती हैं. वहीं दो से आठ सीटें अन्य को हासिल हो सकती हैं.
वहीं वोट शेयर की बात करें तो एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी का वोट शेयर 42 फीसदी जबकि कांग्रेस का वोट शेयर 44 फीसदी मिल सकता है. वहीं अन्य का वोट शेयर 14 प्रतिशत रह सकता है. अगर ये आंकड़े नतीजों में तब्दील हुए तो इस बार मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो सकता है.
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