भिंड: मध्यप्रदेश के भिंड (Bhind of Madhya Pradesh) में गुरुवार की रात एक बड़ा सियासी फेरबदल लेकर आई. भिंड विधानसभा सीट (Bhind assembly seat) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रवि सेन जैन (Ravi Sen Jain) अचानक कुछ घंटे के लिए लापता हो गए लेकिन जब भी वापस लौटे तो उन्होंने यह कहकर सभी को चौंका दिया कि वह अपनी मूल पार्टी बीजेपी में वापस आ गए हैं. दरअसल, इस घटनाक्रम की शुरुआत गुरुवार की दोपहर के बाद हुई. समाजवादी पार्टी ने रवि सेन जैन को भिंड विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था. रवि सेन जैन बीजेपी से बगावत करके समाजवादी पार्टी में शामिल हुए और टिकट भी लेकर आ गए. रवि से जैन ने बाकायदा पार्टी का कार्यालय खोला और चुनाव प्रचार शुरू कर दिया.
रवि सेन जैन के समाजवादी पार्टी में जाने की वजह से बीजेपी को जैन समाज और यादव समाज के वोट का नुकसान दिखाई देने लगा, इसलिए जैन पर नामांकन वापस लेने का दावा भी बनाए जाने लगा. लेकिन उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया. हालांकि, उस वक्त हंगामा मच गया जब रवि सेन जैन गुरुवार को दोपहर के बाद अचानक लापता हो गए. रवि सेन जैन का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था और उनके परिजनों समेत उनके समर्थकों को रवि सेन जैन की कोई लोकेशन नहीं मिल रही थी.
परिजनों को लगा कि रवि सेन जैन के साथ कोई अप्रिय घटना न हो जाए, इसलिए परिजन और रवि सेन जैन के समर्थक गुरुवार की देर शाम को सिटी कोतवाली पहुंच गए और पुलिस से इस बात की शिकायत की कि रवि सेन जैन का शायद अपहरण हो गया है. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के अपहरण की आशंका की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई. खुद भिंड एसपी असित यादव सिटी कोतवाली पहुंच गए और रवि सेन जैन के परिजनों से बातचीत की. इसके बाद रवि सेन जैन को ढूंढने का प्रयास किया और जल्द ही रवि सेन जैन शहर के ही शास्त्री नगर बी ब्लॉक में एक व्यक्ति के घर से मिल भी गए.
रवि सेन जैन को सिटी कोतवाली लाया गया. यहां मीडिया ने जब रवि सेन जैन से सवाल किया कि वह कहां चले गए थे? तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब में बाद में देंगे. लेकिन इसके साथ ही जैन ने इस बात का ऐलान भी कर दिया कि वे अपनी मूल पार्टी बीजेपी में वापस आ गए हैं. रवि सेन जैन के यह बयान देते ही उनके पास ही खड़े हुए समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज यादव ने रवि सेन जैन पर भड़काना शुरू कर दिया और उन पर धोखा देने और दगाबाजी करने का आरोप लगाया.
इस मामले में पुलिस का कहना है कि रवि सेन जैन कुछ देर के लिए संपर्क में नहीं थे, इसलिए परिजनों को चिंता हो रही थी लेकिन वह सही सलामत वापस लौटे हैं. रवि सेन जैन के बीजेपी में जाने की घोषणा के बाद से समाजवादी पार्टी के पास अब कोई प्रत्याशी नहीं बचा है. ऐसे में समाजवादी पार्टी भिंड में औंधे मुंह गिर पड़ी है. रवि सेन जैन के बीजेपी में जाने से जैन समाज के वोट बैंक का फायदा भी बीजेपी को मिलेगा, क्योंकि भिंड में जैन समाज का तकरीबन 25000 मतदाता है. कुल मिलाकर भाजपा ने एक सोची समझी रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी को मतदान से पहले ही धूल चटा दी है.
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