इंदौर। राज्य शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार प्रदेशभर में दस्तक अभियान आज सोमवार से प्रारंभ होगा। यह अभियान आगामी 18 अगस्त तक चलेगा। अभियान में बच्चों से संबंधी विभिन्न बीमारियों की पहचान एवं उनके उपचार की कार्यवाही की जायेगी। अभियान के क्रियान्वयन के लिये स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त दल बनाये गये हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने रविवार को बताया कि इन दलों में ए.एन.एम., आशा, एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रहेंगे। इन सदस्यों द्वारा 5 वर्ष तक की उम्र के बच्चों वाले परिवारों के घर-घर जाकर बच्चों में प्राय: पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रिय पहचान एवं उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जायेगा। दस्तक अभियान का उद्देश्य 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान एवं त्वरित प्रबंधन करना है, जिससे बाल मृत्यु दर में वांछित कमी लाई जा सके।
उल्लेखनीय है कि माह जुलाई में सघन दस्त रोग नियंत्रण पखवाड़ा (आई.डी.सी.एफ.) गतिविधियां भी आयोजित की जाना हैं, जिन्हें दस्तक अभियान की गतिविधियों के साथ 18 अगस्त तक आयोजित किया जायेगा। 9 माह से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का विटामिन ’ए’ अनुपूरण पृथक से न कर दस्तक अभियान अंतर्गत 18 अगस्त तक घर-घर जाकर किया जायेगा तथा रिपोर्टिंग भी दस्तक अभियान अंतर्गत दस्तक मॉनिटरिंग टूल में की जायेगी।
अभियान के दौरान बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग की पहचान एवं नियंत्रण हेतु ओआरएस एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता में बढ़ावा एवं प्रत्येक घर में गृह भेंट के दौरान ओआरएस पहुंचाना, (सघन दस्त रोग पखवाड़ा-आईडीसीएफ गतिविधि आयोजन), 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए अनुपूरण, बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों एवं वृद्धि विलंब की पहचान, समुचित शिशु एवं बाल आहारपूर्ति संबंधी समझाइश समुदाय को देना, एसएनसीयू एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों में बीमारी की स्क्रीनिंग तथा फॉलोअप को प्रोत्साहन, गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छूटे हुये बच्चों की टीकाकरण स्थिति की जानकारी लेना आदि कार्य किये जायेंगे।
दस्तक अभियान के दौरान यदि किसी बच्चे में कोविड-19 के लक्षण यथा पिछले 3 दिन से बुखार, सांस लेने में कठिनाई, कोविड-10 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क की हिस्ट्री हो, आदि मिलने पर बच्चे को कोविड-19 की जांच हेतु रेफर किया जायेगा।
अभियान की पूर्व तैयारियों के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है कि सर्वे अद्यतन एवं ड्यू लिस्ट अभियान के पूर्व आशाओं द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों की नामजद सूची अद्यतन की जाए तथा ए.एन.एम. के माध्यम से विकास खण्ड स्तर पर जमा की जाये। विकासखंड स्तर पर दस्तक मॉनिटरिंग टूल में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की नामजद जानकारी इन्द्राज की जाये, जिससे दस्तक अभियान हेतु अपडेटेड इयू लिस्ट उपलब्ध हो।
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