आगर मालवा। मप्र(Madhya Pradesh) के आगर मालवा (Agar Malwa) जिले में खेत में मरीज़ों का इलाज (Treatment of patients in the field) कर रहे झोलाछाप डॉक्टर (Fake doctor) अपना डेरा डंगर उठाकर भाग खड़े हुए. मीडिया में खबर आने के बाद अफसरों की टीम (Officers Team) मौके पर पहुंच गयी थी. लेकिन डॉक्टर और मरीज़ों को पहले ही इसकी भनक लग गयी और वो सब वहां से रफूचक्कर हो गए.
CMHO आगर, SDM, SDOP सुसनेर सहित 15 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी मौके पर खेत में पहुंचे. वहां झोलाछाप डॉक्टर और मरीज़ तो नहीं मिले. लेकिन खेत में बड़ी मात्रा में इंजेक्शन की खाली बोतलें मिलीं.
साथ ही कुछ इंजेक्शन और सामग्री को जलाकर नष्ट करने की कोशिश भी की गयी. जो अधजली हालत में मिले. मामले की गम्भीरता को देखते हुए प्रशासन इसकी गंभीरता से जांच कर रहा है. फर्जी चिकित्सक पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. आगर मालवा के धानियाखेडी गांव में मुख्य सड़क से 200 मीटर दूरी पर स्थित संतरे का एक खेत ओपन हॉस्पिटल बना दिया गया था. कोरोना पेशेंटस को संतरे के बगीचे में पेड़ के नीचे दरी और कार्टन के ऊपर लेटाकर इलाज किया जा रहा था. पेड़ का इस्तेमाल बॉटल टांगने वाले स्टैंड के तौर पर किया जा रहा था. है. मामले में सुसनेर बीएमओ मनीष कुरील का कहना है ऐसे चिकित्सकों पर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उनको समझाया जा रहा है कि मरीजों को सही सलाह दें.