भोपाल (Bhopal)। कांग्रेस (MP Congress list) से दो बार विधायक और सांसद रहे प्रेमचंद गुड्डू (Premchand Guddu) ने आलोट विधानसभा (Alot assembly seat) सीट से टिकट नहीं दिए जाने पर कांग्रेस से बगावत (rebellion against congress) कर ली है. उन्होंने कहा कि आलोट विधानसभा सीट का फैसला आलोट के मतदान करेंगे. भोपाल और दिल्ली का फैसला उन्हें मंजूर नहीं है।
विधानसभा चुनाव की टिकटों के वितरण के साथ बगावत के सुर भी तेज हो रहे हैं. आलोट से विधायक रहे प्रेमचंद गुड्डू ने इस बार भी विधानसभा चुनाव में आलोक से टिकट मांगा था. पार्टी ने प्रेमचंद गुड्डू के स्थान पर मनोज चावला को टिकट दे दिया. हालांकि गुड्डू की बेटी रीना बोरासी को सांवेर से सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट के सामने उतारा गया है।
अब निर्दलीय फार्म भरा जाएगा’
पार्टी को उम्मीद थी कि बेटी को टिकट दिए जाने से पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के तेवर ढीले पड़ जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आलोट में प्रेमचंद गुड्डू ने हजारों लोगों की मौजूदगी भोपाल और दिल्ली से कांग्रेस द्वारा किए गए फैसले को मानने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि अब निर्दलीय फॉर्म भरा जाएगा।
पूर्व सांसद के मैदान उतरने से कांग्रेस मुसीबत में
आलोट विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अधिकृत प्रत्याशी मनोज चावला को मैदान में उतारा है. इस सीट से अभी बीजेपी का प्रत्याशी तय नहीं हुआ है. दूसरी तरफ पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के बगावती तेवर से बीजेपी की मुश्किलें कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ गई है।
अभी डैमेज कंट्रोल होगा- कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता केके मिश्रा ने बताया कि अभी पार्टी की ओर से मनाने और नाराजगी दूर करने की कोशिश की जाएगी. मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. ऐसी स्थिति में वरिष्ठ नेताओं को नाराजगी दूर करने के लिए जिम्मेदारी भी दे सकती है. हाईकमान तक नाराजगी को लेकर पूरी बात पहुंचा दी गई है. इसके बावजूद यदि कोई निर्दलीय चुनाव लड़ता है तो वह स्वतंत्र है।
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