नकुल को छोड़ कमलनाथ गुट समिति में से नदारद, हारे विधायक-सांसद भी सूची में
इंदौर। संजीव मालवीय
कांग्रेस (Congress) अपने आपको मजबूत करने के लिए नित-नए प्रयोग कर रही है, लेकिन ये प्रयोग पहले ही फेल साबित हो रहे हैं। दो दिन भोपाल (Bhopal) में चली हारे-जीते विधायकों (MLA) की बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्रसिंह (Bhanwar Jitendra Singh) और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) ने वरिष्ठ नेताओं की 7 समितियां बनाई थीं, लेकिन सूची लीक होने और इसमें कमलनाथ (Kamal Nath) समर्थक नेताओं के नामों को तवज्जो नहीं मिलने के कारण फिलहाल घोषणा रोक दी गई है। अब सवाल उठ रहा है कि जब समितियां ही विवादों में हैं तो कांगे्रस में गुटबाजी कैसे खत्म होगी और पार्टी मजबूत कैसे करेंगे?
दावा किया जा रहा है कि इस बार जो समीक्षा की जा रही है, उस पर अमल होगा और उसकी रिपोर्ट एआईसीसी को भेजकर कई परिवर्तन किए जाएंगे। इस बीच कांग्रेस के प्रभारी भंवर जितेन्द्रसिंह ने इसी महीने कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित करने के लिए भी कहा है। पटवारी की यह पहली कार्यकारिणी होगी, लेकिन इसके पहले कांग्रेस चाह रही है कि संगठन की मजबूती के लिए सभी नेता एक होकर काम करें, इसकी निगरानी के लिए 7 प्रकार की समितियों का गठन किया गया है। हालांकि अभी इसकी अधिकृत जानकारी कांग्रेस ने नहीं दी है, लेकिन जिस प्रकार से समितियां बनाई गई हैं, वे भी विवादों में फंसती नजर आ रही हैं। समितियों में पटवारी ने अपने हिसाब से नेताओं को एडजस्ट किया है। इस सूची में दिग्विजयसिंह तो हैं, लेकिन कमलनाथ को कहीं जगह नहीं दी गई है और न ही उनके किसी समर्थक नेता को लिया गया है। नकुलनाथ का नाम जरूर सूची में हंै, लेकिन उन्हें कोई बड़ी जवाबदारी नहीं दी है। सूची में वर्तमान विधायक, हारे हुए विधायक , हाल ही में हारे हुए सांसद और पूर्व मंत्रियों को लिया गया है। बताया जाता है कि इसको लेकर राजधानी में बवाल मचा और सूची को रोक दिया गया है। हो सकता है अब नए सिरे से सूची को घोषित किया जाए। हालांकि सूची लीक हो गई और नेताओं के पास आ गई, जिससे विवाद होना तय था। अभी तक किसी ने भी खुलकर इसका विरोध नहीं किया है, क्योंकि अधिकृत रूप से सूची जारी नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि अगर यही सूची जारी होती है तो विवाद निश्चित होगा।
ये हैं सात समितियां, जो घोषित होने के पहले ही लीक हो गई
विचारधारा और प्रशिक्षण
मीनाक्षी नटराजन, नरेन्द्र नाहटा, मुकेश नायक, अभय दुबे, झूमा सोलंकी, आरिफ मसूद, सचिन यादव, विजयलक्ष्मी साधौ, नकुलनाथ, प्रतापभानु शर्मा, केके मिश्रा, नारायण पट्टा, भूपेन्द्र गुप्ता, आलोक चतुर्वेदी, रामसिया भारती।
संगठन की मजबूती, विस्तार, सहभागिता एवं समन्वय
दिग्विजय सिंह, सज्जनसिंह वर्मा, फूलसिंह बैरया, ओंकारसिंह मरकान, दिनेश गुर्जर, मितेन्द्रसिंह, हेमंत कटारे, हिना कांवरे, सिद्धार्थ कुशवाह, महेन्द्र जोशी, महेन्द्रसिंह चौहान, प्रियव्रतसिंह, फूंदेलाल मार्कों, अंजू बघेल, अनुभा मुंजारे।
कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं निगरानी समिति
विवेक तन्खा, सत्यनारायण पटेल, पीसी शर्मा, प्रवीण पाठक, पोरलाल खरते, महेश परमार, सुखदेव पासे, सुरेन्द्रसिंह बघेल, दिलीप गुर्जर, हर्ष यादव, राकेशसिंह चतुर्वेदी, अर्चना जायसवाल, पंकज अहिरवार, गौरव रघुवंशी, शैलेन्द्र पटेल, बैजनाथ कुशवाह।
मोर्चा-संगठन मजबूती
अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल, शोभा ओझा, जयवर्धसिंह, कुणाल चौधरी, विपिन वानखेड़े, विभा पटेल, विक्रांत भूरिया, आशुतोष चौकसे, योगेश यादव, जेपी धनोपिया, रामू टेकाम, आतिफ अकील, पंकज उपाध्याय, सत्यपाल नीटू सिकरवार, संगीता शर्मा।
संगठन, पारदर्शिता और अनुशासन
अजयसिंह, गोविंदसिंह, नीलांशु चतुर्वेदी, राजमणि पटेल, तरुण भनोट, बाला बच्चन, रामेश्वर नीखरा, दिनेश यादव, लाखनसिंह यादव, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, साजिद अली, हुकुमसिंह कराड़ा, अजय बाबा मिश्रा, प्रदीप अहिरवार, नरेन्द्र पटेल, संजय यादव।
महिला भागीदारी और कोर वोट बैंक
उमंग सिंघार, कांतिलाल भूरिया, राजेन्द्रसिंह, केपी सिंह, लखन घनघोरिया, रवि जोशी, शेख अलीम, एनपी प्रजापति, राजेन्द्र मालवीय, राधेश्याम मुवेल, किरण अहिरवार, जयश्री हरिकरण, प्रतिभा रघुवंशी, माया त्रिवेदी, शोभा सतीश सिकरवार।
संसाधन
अशोकसिंह, अभय मिश्रा, संजय शर्मा, तरवर लोधी, गुड्डू बुंदेला, अरुण श्रीवास्तव, राव याज्ञवेन्द्र, संजय कामले, यादवेन्द्रसिंह, सम्राट सरसवार, सुनील सर्राफ, राजकुमार पटेल।
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