भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह (wife Sadhna Singh) के साथ दक्षित भारत के तीर्थाटन के क्रम में मंगलवार शाम को मदुरै पहुंचे। यहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध मीनाक्षी सेन्दरेश्वर मंदिर (World Famous Meenakshi Sendereshwar Temple) पहुंचकर माता के दर्शन किये।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपरिवार मंगलवार को तमिलनाडु और महाराष्ट्र दौरे पर रवाना हुए। उन्होंने पहले तिरुचिरापल्ली पहुंचकर श्रीरंगम (रंगनाथ स्वामी) मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद देर शाम वे मदुरै पहुंचे और मीनाक्षी मंदिर में दर्शन किये। मुख्यमंत्री चौहान रात्रि विश्राम मदुरै में ही करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि- “दक्षिण भारत के तीर्थाटन क्रम में सायंकाल मदुरै स्थित विश्वप्रसिद्ध मीनाक्षी सुन्दरेश्वर मंदिर में माता के दिव्य दर्शन कर अभिभूत हो गया हूँ। मैया की कृपा से जगत का कल्याण हो, हर घर धन-धान्य और आनंद से समृद्ध हो, यही प्रार्थना करता हूं।”
उन्होंने कहा कि – “मीनाक्षी सुन्दरेश्वर मंदिर स्थापत्य एवं वास्तुकला की दृष्टि से आधुनिक विश्व के आश्चर्यों में गिना जाता है। यह मंदिर भगवान सुन्दरेश्वर (शिव) की भार्या जिनकी आंखें मछली की आंखों जैसी सुंदर हैं, को समर्पित हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि -“मीनाक्षी मंदिर का निर्माण 7वीं सदी के प्रारंभ में हुआ था। सन् 1310 में मुस्लिम आक्रांत मलिक काफूर ने इसे नष्ट कर दिया था। 1559-1600 में मदुरै के नायक प्रधानमंत्री आर्यनाथ महाराजा तिरुमलनायक व उनके उत्तराधिकारियों के अथक प्रयासों से मंदिर पुन: अपने भव्य स्वरूप को प्राप्त कर सका।”
सपरिवार तिरुचिरापल्ली पहुंचे सीएम शिवराज, श्रीरंगम मंदिर में की पूजा-अर्चना
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को सपत्नीक तिरुचिरापल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने श्रीरंगम (रंगनाथ स्वामी) मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर में भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रदेशवासियों के सुख एवं समृद्धि के लिए कामना की। मुख्यमंत्री चौहान को मंदिर के पदाधिकारियों ने श्रीरंगम का चित्र भेंट किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विविध स्थापत्य कला का अलौकिक प्रमाण श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर भगवान विष्णु के 108 दिव्य देशम कहे जाने वाले क्षेत्रों में प्रथम माना जाता है। उन्होंने कहा कि मेरा परम सौभाग्य है कि आज श्री रंगनाथ स्वामी जी के दर्शन एवं उनकी पूजा-अर्चना का अवसर मिला।
मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि रंगनाथ स्वामी जी के चरणों में प्रणाम है। मध्य प्रदेश वासियों के जीवन में सुख, समृद्धि, कल्याण की उत्तरोत्तर वृद्धि करें।
उन्होंने कहा कि श्रीरंगम भारत में सबसे बड़ा मंदिर परिसर है। रंगनाथस्वामी के मूल मंदिर की स्थापना महान चोल राजाओं ने की थी, जिसे आक्रमणकारियों ने खंडित कर दिया था। कालांतर में जीर्णोद्धार कर मंदिर में मूर्तियों की पुनः प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई थी और मंदिर को यह भव्य-दिव्य स्वरुप दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीरंगम मंदिर न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का अखंड स्रोत है, बल्कि सनातन धर्म में निहित ‘नर सेवा नारायण सेवा’, शिक्षा, संस्कृति का का संगम है। मंदिर द्वारा संचालित शिक्षा केंद्र, अस्पताल और वृहद रसोईघर अद्भुत हैं। मानव कल्याण को समर्पित मंदिर की संचालन समिति को शत-शत नमन करता हूं। (एजेंसी, हि.स.)
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