भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नगरीय निकाय चुनाव (Urban body elections) के लिए नामांकन की समय सीमा शनिवार दोपहर 3 बजे खत्म हो गई. जिन दावेदारों को टिकट मिला उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, लेकिन जिन्हें टिकट नहीं मिला उनका गुस्सा रह-रहकर फूटता रहा। राजधानी भोपाल में भी बीजेपी प्रदेश मुख्यालय (BJP State Headquarters) में नाराज कार्यकर्ता (angry worker) गुस्सा होते दिखाई दिए. कुछ कार्यकर्ता तो फूट-फूट कर रोए भी. भोपाल के वार्ड 15 से टिकट की दावेदारी कर रहे दावेदार पुष्पेंद्र जैन (Pushpendra Jain) बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में फूट फूट कर रोए. इतना ही नहीं अपना बायोडाटा भी प्रदेश मुख्यालय में खड़े होकर फाड़ दिया. उनका आरोप था कि उनका वार्ड सामान्य के लिए आरक्षित था, लेकिन वहां से ओबीसी को टिकट दे दिया गया।
भोपाल ही नहीं प्रदेश मुख्यालय में विरोध करने के लिए राजगढ़ से भी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता पहुंची. करीब दर्जनभर महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया. इनका आरोप है कि राजगढ़ में जो वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित थे, वहां पर नेताओं की पत्नियों को टिकट दे दिया गया है. जबकि, पार्टी लाइन साफ थी कि नेताओं के परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं दिया जाएगा।
टिकट में परिवारवाद का आरोप
राजगढ़ महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं की मानें तो राजगढ़ में वार्ड 5 से पूर्व विधायक हरिचरण तिवारी के भांजे प्रवीण मिश्रा की पत्नी को टिकट दिया गया है. ब्यावरा में वार्ड 5 से जिला महामंत्री जगदीश पंवार की पत्नी सांता बाई पवार को पार्षद का टिकट दिया गया है. वार्ड 11 से जिला मीडिया प्रभारी रवि बडोने की पत्नी रुचि बडोने को टिकट दिया गया।
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