भोपाल। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर (second wave of corona infection) के दौरान गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर ग्वालियर आ रहे सरकारी विमान (government plane crash) राजमाता सिंधिया एयरपोर्ट पर रनवे से लैंडिंग से पहले ही अरेस्टर बैरियर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस मामले में छह महीने बाद सरकार ने चीफ पायलट (Chief pilot) कैप्टन माजिद अख्तर को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में बुधवार को आदेश जारी किये गये। हालांकि, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) उनका लाइसेंस पहले ही एक साल के लिए निलंबित कर चुका है।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा करीब 65 करोड़ रुपये की लागत से खरीदा गया सरकारी विमान इसी साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 6 मई को ग्वालियर में उस समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जब अहमदाबाद से रेमडिसिवर इंजेक्शन की खेप लेकर वह यहां पहुंचा था। हादसे के दौरान चीफ पायलट और सहायक पायलट को मामूली चोट आई थीं, जबकि विमान पूरी तरह बिखरकर कबाड़ बन गया था।
नागर विमानन महानिदेशक की प्रारंभिक जांच में पायलट की लापरवाही की बात सामने आई थी। इसके आधार पर कैप्टन माजिद अख्तर का लायसेंस निलंबित कर दिया था। विमानन विभाग को उनके खिलाफ आगामी कार्रवाई करनी थी। अब जांच प्रतिवेदन के आधार पर अब सचिव एम. सेलवेन्द्रन ने इन्हें निलंबित कर दिया है। अब उनके खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी।
इंजीनियर विमान का परीक्षण कर चुके हैं और बताया जा रहा है कि सुधार की संभावना भी कम है। इस विमान का बीमा भी नहीं था। फिलहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए किराए से विमान लिया जा रहा है। विभाग नया विमान खरीदने की तैयारी भी कर रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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