– महाकाल मन्दिर अन्नक्षेत्र चमेलीदेवी अग्रवाल भवन, शक्तिपथ, महाकाल तपोवन तथा महाराजवाड़ा हेरिटेज अनुभूति वन, चिन्तन वन, पुष्करजी, मुख्य सवारी मार्ग के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार देर शाम सपत्नीक उज्जैन (ujjain) पहुंचकर श्री महाकाल महालोक (Mahakal Mahalok) के द्वितीय चरण के कार्यों का लोकार्पण (second phase works Inauguration) किया। इनमें महाकाल मन्दिर अन्नक्षेत्र (Mahakal Temple Annakshetra) चमेलीदेवी अग्रवाल भवन, शक्तिपथ, महाकाल तपोवन तथा महाराजवाड़ा हेरिटेज अनुभूति वन, चिन्तन वन, पुष्करजी, मुख्य सवारी मार्ग का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने 51 हजार वर्गफीट से अधिक जगह में निर्मित बहुमंजिला भव्य अन्नक्षेत्र का लोकार्पण किया। महाकाल लोक फेज दो के लोकार्पण के मौके पर उज्जैन में दिवाली जैसा माहौल दिखा। जमकर आतिशबाजी की गई।
मुख्यमंत्री चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ गुरुवार रात करीब 8 बजे उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले नीलकंठ क्षेत्र में पथ, द्वार, अवंतिका हाट, प्रसादम शिशु मंदिर मार्ग, भूमिगत/भूतल पार्किंग व अन्य जगहों का लोकार्पण किया। इसके बाद अन्न क्षेत्र के लोकार्पण के लिए पूजन भी किया। महाकाल लोक के दूसरे चरण के लोकार्पण के मौके पर 51 हजार दीप प्रज्जवलित किए गए। मुख्यमंत्री ने भी दीप जलाएं। साथ ही यहां मंजीरे भी बजाए।
मुख्यमंत्री ने श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र चमेलीदेवी अग्रवाल भवन में उपस्थित देशभर से आये सन्तगणों का पुष्पवर्षा कर अभिनन्दन, स्वागत किया। उन्होंने अन्नक्षेत्र भवन का अवलोकन कर मां अन्नपूर्णा रसोई, सर्विस कॉरिडोर, प्रसाद कक्ष, भोजन प्रसादी की अत्याधुनिक मशीनों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सन्तगणों को भोजन प्रसादी अपने हाथों से परोसकर भोजन करवाया। लोकार्पण के पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने सपत्नीक हैदराबाद की 20 लोगों की टीम के द्वारा पेरणी शिवताण्डव नृत्य की प्रस्तुति को निहारा।
मुख्यमंत्री चौहान ने बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउण्डेशन द्वारा निर्मित भव्य श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र चमेलीदेवी अग्रवाल भवन की प्रशंसा की। अन्नक्षेत्र भवन को 25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है। भवन निर्माण के लिये इन्दौर निवासी बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउण्डेशन ने 25 करोड़ रुपये लगाये हैं।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य एवं मन्दिर के पुजारी प्रदीप गुरु की प्रेरणा से भवन का निर्माण करवाया गया है। इसी तरह अन्नक्षेत्र में गुड़गांव निवासी प्रवीण अरोड़ा ने भोजन प्रसादी के लिये हाईटेक बर्तन एवं मशीनें पांच करोड़ रुपये दान देकर लगवाई है। इन्दौर निवासी दानदाता विनोद अग्रवाल ने बताया कि प्रदीप गुरु की प्रेरणा से भवन के लिये दान देने का प्रस्ताव दिया था। इस पर दानदाता ने भगवान महाकाल की कृपा एवं आशीर्वाद से श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र का निर्माण कराया गया। इसमें देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे। यह भवन विनोद अग्रवाल के माता-पिता की याद में उक्त भवन समर्पित कर उन्होंने अपने आपको भाग्यशाली मानकर उक्त भवन को महाकालेश्वर मन्दिर समिति को हैंडओवर किया।
उज्जैन का यह अन्नक्षेत्र नई तकनीक और सुविधाओं के मामले में सबसे उन्नत है। देश के अन्य शहरों से अलग-अलग मशीनें मंगवाई गई। ये मशीनें सब्जी, रोटी, दाल बनायेगी, आटा भी गूंथेगी और मसाले मिलाने, तड़का लगाने का काम भी बखूबी करेगी। ऑटोमैटिक भट्टियां रोटी सेकेगी और भोजन के बाद झूठे बर्तनों का धोने का काम भी मशीनें ही करेंगी। खास बात यह है कि यहां सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक का उपयोग भोजन बनाने में किया जायेगा, पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा। भवन में रसोई में एक बार में एक लाख लोगों का भोजन तैयार करने की क्षमता है। एक बार में हजारों भक्त भोजन प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र चमेलीदेवी अग्रवाल भवन के लोकार्पण के बाद शक्तिपथ का लोकार्पण किया। शासकीय उमावि महाराजवाड़ा क्रमांक-2 के सामने मल्लखंब करते बच्चों को देखा और उनकी मल्लखंब की क्रियाओं को निहारकर उनकी प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री ने बड़ा गणेश के समीप महाकाला तपोवन का लोकार्पण किया। उन्होंने महाराजवाड़ा हेरिटेज, अनुभूति वन, चिन्तन वन, पुष्करजी, मुख्य सवारी मार्ग के विकास कार्यों का लोकार्पण कर महाराजवाड़ा हेरिटेज एवं आसपास किये गये निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र चमेलीदेवी अग्रवाल भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में पूजा-अर्चना के अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज, स्वामी परमानंद गिरि महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज, स्वामी रविन्द्र पुरी महाराज, स्वामी बालकानंद गिरि महाराज, स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज, स्वामी विशोकानंद भारती महाराज, आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधूत बाबा अरूण गिरि महाराज, महन्त हरि गिरि महाराज, स्वामी हरिहरानंद सरस्वती महाराज, स्वामी रामभूषण दास महाराज, स्वामी रामानंद राजराजेश्वराचार्य महाराज, महन्त साध्वी विभानंद, साध्वी शिरोमणि दीदी, महन्त बालकदासजी महाराज, स्वामी समानंद गिरि, अवधूत स्वामी नर्मदानंद बाब, स्वामी ऐश्वर्यानंद सरस्वती महाराज, स्वामी मनमोहनदास, पूज्य अवधेश दीदी, जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थजी महाराज, स्वामी कालीनंद महाराज, स्वामी नृसिंहदास महाराज, स्वामी हरिओमानंद महाराज, स्वामी देवस्वरूपानंद महाराज, स्वामी विवेकानंद पुरी महाराज, स्वामी ऋषभ देवानंद महाराज, स्वामी वेदतत्वानंद महाराज, पूज्य सन्त विजयशंकर ब्रह्मचारी, स्वामी प्रकाशनंद गिरि महाराज, स्वामी राघव देवाचार्य, नारायण गिरि महाराज, राष्ट्रीय सन्त बालयोगी उमेशनाथ महाराज आदि सन्तगण उपस्थित थे।
इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, मप्र जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, बहादुर सिंह चौहान, पूर्व विधायक सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव, यूडीए अध्यक्ष श्याम बंसल, महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य प्रदीप गुरु, राम गुरु, राजेन्द्र शर्मा, दानदाता विनोद-नीना अग्रवाल, प्रवीण अरोड़ा, विवेक जोशी, बहादुर सिंह बोरमुंडला, पूर्व सांसद चिन्तामणि मालवीय, इकबाल सिंह गांधी, संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, सीईओ स्मार्ट सिटी आशीष पाठक एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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