भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) की मतगणना (counting of votes) तीन दिसंबर को होनी है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (Bharatiya Janata Party (BJP) National President JP Nadda) ने शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) के साथ दतिया पहुंचकर प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां पीतांबरा के दरबार में पूजा-अर्चना की। इस मौके पर प्रदेश के गृह मंत्री भी उनके साथ थे।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को दोपहर में ग्वालियर पहुंचे थे, जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की। यहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ गुप्त बैठक की और इसके बाद सड़क मार्ग से देर शाम दतिया पहुंचे। यहां पीताम्बरा पीठ मंदिर देवी बगलामुखी और धूमावती माता के लिए जाना जाता है। बड़ी संख्या में नियमित भक्तों के अलावा, मंदिर में राजनेता भी आते हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यहां पूजा-अर्चना की और धार्मिक अनुष्ठान में भी हिस्सा लिया।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब एक दिन पहले ज्यादातर एग्जिट पोल में भाजपा को मध्य प्रदेश में आगे दिखाया गया है। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 17 नवंबर को एक ही चरण में चुनाव हुए थे और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
दतिया में स्थित पीतांबरा पीठ क्षेत्र में मां बगलामुखी और माता धूमावती देवी की मूर्ति स्थापित है। भारत में बगलामुखी देवी के तीन ऐतिहासिक मंदिर और शक्तिपीठ माने गए हैं, इनमें मध्य प्रदेश में दतिया, हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा और मध्य प्रदेश के शाजापुर में नलखेड़ा मंदिर हैं। तीनों का अपना अलग-अलग महत्व है।
मान्यता है कि पीतांबरा देवी की मूर्ति के हाथों में मुदगर, पाश, वज्र एवं शत्रु जिव्हा है। बगलामुखी देवी की आराधना करने से सत्ताविजय की प्राप्ति होती है, जबकि शत्रु पूरी तरह पराजित हो जाते हैं। देश-विदेश के कई लोग यहां पर आते हैं और एक से लेकर तीन दिन तक का अनुष्ठान भी करवाते हैं। अनुष्ठान करवाने वाले साधकों को उनकी सिद्धि प्राप्त होती है और उनके शत्रु की हार होती है।
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