भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) विधानसभा चुनाव (assembly elections) में पार्टी के विरोध में काम करने वाले और पार्टी लाइन से अलग चलने वाले नेताओं के खिलाफ बीजेपी (BJP) ने कड़ा एक्शन (tough action) लिया है. बीजेपी ने 35 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल (thrown out of the party) दिया. बीजेपी ने श्योपुर से बिहारी सिंह सोलंकी, मुरैना से रुस्तम सिंह, राकेश सिंह गुर्जर, भिंड के अटेर से मुन्ना सिंह भदौरिया, भिंड के लहार से रसाल सिंह, गुना के चाचौड़ा ममता मीणा, टीकमगढ़ से केके श्रीवास्तव, छतरपुर के राजनगर से घासीराम पटेल, छतरपुर के मलहरा से करन लोधी, निवाड़ी से नंदराम कुशवाह, दमोह से शिवचरण पटेल, पन्ना के गुनौर से अनीता बागरी, सतना के चित्रकूट से सुभाष शर्मा डॉली को निकाल दिया है.
इसी तरह पार्टी ने सतना से रत्नाकर चतुर्वेदी, सतना के रैगांव से रानी बागरी, सीधी से केदारनाथ शुक्ला, सिंगरौली से चंद्रप्रताप विश्वकर्मा, शहडोल से जयसिंहनगर फूलवती, अनूपपुर से छोटे सिंह, कटनी के मुड़वारा से ज्योति दीक्षित, कटनी के बड़वारा से गीता सिंह, कटना मुड़वारा से संतोष शुक्ला, छिंदवाड़ा के सौंसर से प्रदीप ठाकरे, नर्मदापुरम से भगवती चौरे, हरदा से सुरेंद्र जैन, खंडवा के मांधाता से शिवेंद्र तोमर, बुरहानपुर के नेपानगर से रतिलाल चिल्हात्रे, बुरहानपुर से हर्षवर्धन सिंह चौहान, अलीराजपुर के सुरेंद्र ठकराल, अलीराजपुर के जौबट से माधव सिंह डाबर, इंदौर के देपालपुर से राजेंद्र चौधरी, आगर के सुसनेर से संतोष जोशी, उज्जैन के महीदपुर से प्रताप आर्य, उज्जैन के बड़नगर से कुलदीप बना और नीमच के जावद से सुराना बाई को निष्कासित कर दिया.
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