भोपाल। साइबर अपराधियों (Cyber criminals) द्वारा रोज ठगी ने नए मामले सामने आ रहे हैं. अब इनके निशाने पर नौकरशाह हैं. साइबर अपराधियों ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कई DM को निशाना बनाया है. साइबर ठगों ने अब देश के जिला कलेक्टर्स (District Collectors) को अपना निशाना बनाना शुरू किया है. कल्पना कीजिये आपको, आपके जिले के कलेक्टर का एक व्हाट्सएप मैसेज आए, जिसमें वो पहले आपसे, आपका हालचाल पूछते हैं, फिर पूछते हैं कि आप इस समय कहां हैं, और फिर कहते हैं कि मुझे तुरंत कुछ पैसे की जरूरत है।
साइबर ठगों ने पिछले दिनों मध्य प्रदेश में 8 जिलों के कलेक्टर्स के नाम पर ठगी की कोशिश की. जिसमें कुछ लोग इनकी ठगी का शिकार बन भी गए. अब तक Cyber ठग आम लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे, लेकिन अब उनकी हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि वो मंत्री से लेकर जिला कलेक्टर के नाम पर ठगी कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया
इन कलेक्टर्स से पहले साइबर ठगों ने मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी करने की कोशिश की थी. इसके बाद साइबर ठगों ने 8 जिला कलेक्टर्स के नकली व्हाट्सएप अकाउंट बना लिए. उनकी प्रोफाइल पिक्चर पर उनकी असली फोटो लगाई और लोगों को मैसेज भेजकर ठगी शुरू कर दी।
इन ठगों ने व्हाट्सएप नंबर पर जिला कलेक्टर का फोटो लगाया, उनका नाम लिखा और इन नकली व्हाट्सएप अकाउंट के जरिये इन ठगों ने उनके परिचितों, रिश्तेदारों और जूनियर अधिकारियों को मैसेज किए और पैसे मांगे. बड़े पद पर होने की वजह से कई बार व्यक्ति सवाल भी नहीं करता और मना भी नहीं कर पाता और पैसे दे देता है।
ये उन 8 जिला कलेक्टर्स के नकली व्हाट्सएप डीपी और मैसेज हैं, जिनके नाम पर साइबर ठगों ने ठगी की कोशिश की. साइबर ठगों ने जबलपुर कलेक्टर के एक रिश्तेदार से 25 हजार रुपये ठग भी लिए. पता चलने पर इन अधिकारियों ने सोशल मीडिया और साइबर सेल में इसकी सूचना दी, ताकि और लोग ठगी का शिकार होने से बच सकें।
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