रीवा (Rewa)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा जिले (Rewa district) में मनगवां थाना क्षेत्र (Mangawan police station area) अंतर्गत हनौता कोठार गांव (Hanauta Kothar village) में जमीन को लेकर पारिवारिक विवाद में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश की। आरोपितों ने डंपर से महिलाओं पर मुरम डाल दी। इससे एक महिला कमर तक और दूसरी गले तक मुरम के ढेर में दब गई। बाद में फावड़े से मुरम हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। एक महिला बेहोश हो गई। पुलिस ने मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार कर डंपर जब्त कर लिया है। मामला शनिवार का है। रविवार को इसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि यह एक पारिवारिक विवाद है। इस प्रकरण में पुलिस ने डंपर को जब्त कर लिया है। आरोपित विपिन पांडेय को पुलिस ने हिरासत में लिया है, वहीं दो अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। महिलाओं का भी अस्पताल में उपचार कराया गया, जहां से उन्हें छुट्टी दे दी गई है।
उन्होंने बताया कि हिनौता कोठार में जमीनी विवाद का एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, इसकी सूचना मिलते ही पुलिस बल को मौके पर पहुंचा। यहां फरियादी आशा पांडेय (25 वर्ष) पत्नी सुरेश पाण्डेय ने पुलिस को बताया कि उनका, पारिवारिक ससुर गौकरण पांडेय से साझे की जमीन को लेकर रास्ता निकलने को लेकर विवाद है। शनिवार दोपहर करीब दो बजे गौकरण पांडेय और देवर विपिन पांडेय विवादित जमीन पर सड़क बनवाने के लिए हाइवा से मुरूम लेकर आए। जहां आशा पांडेय अपनी देवरानी ममता पांडेय के साथ जाकर हाइवा क्रमांक एमपी 17 एचएच-3942 के चालक को मुरूम गिराने से मना करने लगी। हाइवा चालक ने दोनों की बात नहीं सुनी तो वे डंपर के पीछे मुरुम गिरने के स्थान पर बैठने लगी। इसी बीच अचानक हाइवा चालक ने तेजी से मुरुम गिरा दी। दोनों मुरुम में दबने लगी, तभी मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट कर इस मामले में सरकार को घेरा है। पटवारी ने कहा कि इस घटना ने एक बार फिर भाजपा शासन की महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वैसे भी मध्यप्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में पहले नंबर पर है। मुख्यमंत्री जी, क्या आपकी सरकार से ये बहनें उम्मीद रख सकती हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच होगी। आपकी सरकार महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को रोकने में बार-बार असफल हो रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि महिलाओं ने अपनी जमीन पर सड़क बनाने का विरोध किया, तो दबंगों ने मुरम के नीचे दबा कर जिंदा दफनाने का प्रयास किया। भाजपा की सरकार में माफियाओं का बोलबाला है। दलित, आदिवासी, महिलाओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।
इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जयदीप प्रसाद ने बताया कि शनिवार को रीवा जिले के मनगवां थाने के ग्राम हिनोता कोठार में एक पारिवारिक जमीन विवाद में दो महिलाओं आशा पांडे और ममता पांडे पर मुरम गिरी थी। ये परिवार पांडे परिवार हैं, इसमें अनुसूचित जाति/जनजाति की कोई महिला नहीं थीं। पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर डम्पर जब्त किया गया है। एक आरोपित विपिन पांडे पुलिस की गिरफ्त में है अन्य दो आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
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