भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) विधानसभा (Assembly) के मानसून सत्र (monsoon session) का शुक्रवार को पांचवां दिन है। इसकी शुरुआत ही हंगामे से हुई है। प्रश्नोत्तर काल में जल जीवन मिशन के काम में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा और हंगामा शुरू हो गया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के जवाब से नाखुश होकर विपक्ष ने वॉक आउट (walked out) कर दिया।
विधानसभा के पांचवें दिन प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि सभी विधायकों से बात कर लें तो जल जीवन मिशन की सच्चाई सामने आ जाएगी। डॉ. प्रभु राम चौधरी बोले कि कई जगह ऐसी भी हैं, जहां नल लगे हुए हैं लेकिन पानी नहीं आता है। सांची विधानसभा क्षेत्र के 49 गांवों में इस तरह की दिक्कत है। जो काम पूरे बताए जा रहे हैं, उनकी जांच के लिए कमेटी बनाई जाए। दोषी अफसरों पर कार्रवाई की जाए। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसका जवाब देते हुए कहा कि इसे लेकर आज ही निर्देश जारी किए जाएंगे।
मामले में कलेक्टर बैठक करें और नल जल से पानी मिलने की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि सांची विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख इंजीनियर को भेजकर जांच कराई जाएगी। इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा पूरे प्रदेश में जल जीवन मिशन में घोटाला हो रहा है। विधानसभा अध्यक्ष इस पर व्यवस्था तय करें। विजयवर्गीय बोले कि प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष द्वारा इस तरह की बात करना उचित नहीं है। इसे विलोपित किया जाना चाहिए। इस पर शोर-शराबे की स्थिति बनी तो विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर बोले कि प्रश्नकाल के दौरान ऐसी स्थिति नहीं बनने देनी चाहिए। अनुमति लेकर अपनी बात कहनी चाहिए।’ इस बात से नाराज विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया।
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