भोपाल। राजधानी भोपाल के रविन्द्र भवन में मंगलवार शाम को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अलंकरण समारोह और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। अलंकरण समारोह में राष्ट्रीय कबीर सम्मान, राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान, राष्ट्रीय इकबाल सम्मान और राष्ट्रीय कवि प्रदीप सम्मान प्रदान किए गए।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शाल, श्रीफल और प्रमाण-पत्र भेंट कर डॉ बिनय राजाराम को वर्ष 2019 और मनोज श्रीवास्तव को 2020 का राष्ट्रीय कबीर सम्मान, शिवकुमार तिवारी को 2019 और डॉ. सच्चिदानंद जोशी को 2020 का राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, कैलाश मंडलेकर को 2019 और डॉ. विजय मनोहर तिवारी को 2020 का राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान, जाकिया मसहदी को 2019 और प्रो. अली अहमद फातमी को 2020 का राष्ट्रीय इकबाल सम्मान तथा सत्यनारायण सत्तन को वर्ष 2021 का राष्ट्रीय कवि प्रदीप सम्मान से सम्मानित किया।
समारोह में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने कहा कि कला ईश्वर द्वारा प्रदत्त आशीर्वाद है। साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान प्राप्त करने वाले सरस्वती पुत्रों को सम्मानित करते हुए मध्यप्रदेश शासन स्वयं भी सम्मान का अनुभव कर रहा है। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। यह किसी भी समाज की भावी पीढ़ी को दिशा देने का माध्यम है। इसलिए राष्ट्रहित में ज्ञान रूपी साहित्य और उसके रचनाकारों को सम्मानित किया जाना आवश्यक है।
कार्यक्रम में संस्कृति और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि शासन की साहित्यकारों को सम्मानित करने की परंपरा के क्रम में राष्ट्रीय सम्मानों के अलंकरण समारोह का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कला, संस्कृति और कलाकारों को सम्मानित किए जाने के दृढ़ संकल्प को पूरा करने के लिए संस्कृति विभाग प्रयासरत है। कोविड-19 परिस्थितियों में भी संस्कृति विभाग ने विशिष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन कर जहा नागरिकों को मानसिक संबल प्रदान किया, वही करीब 10 हज़ार से अधिक कलाकारों को इस आयोजन के द्वारा आर्थिक संबल दिया गया। मध्यप्रदेश शासन सदैव से कला एवं साहित्य के संरक्षण और संवर्धन के लिए अग्रणी रहा है।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में जोधपुर की कवियित्री दीपिका माही ने भवानी माँ शारदे, मैं तेरे गुण गाऊँगी अक्षत, कुमकुम, तिलक लगाकर तुझको नित्य मनाऊंगी… का गायन वीणा वादन के साथ किया। इसके बाद पद्मश्री सम्मान से सम्मानित रायपुर के सुरेंद्र दुबे, इंदौर के सत्यनारायण सत्तन, कानपुर के सुरेश अवस्थी, लखनऊ के वेदव्रत वाजपेयी और बरेली के राहुल अवस्थी ने ओजपूर्ण काव्यपाठ किया। (एजेंसी, हि.स.)
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