सीहोर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर (Sehore) में अतिवृष्टि के बाद भी किसानों को राहत नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने खराब हो चुकी सोयाबीन फसल का बकायदा रावण रूपी पुतला बनाकर दहन कर दिया। इसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। दशहरा पर्व पर रामाखेड़ी, चंदेरी सहित करीब एक दर्जन गांव के किसानों ने समाजसेवी एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में खराब हुई सोयाबीन की फसल का बड़ा सा रावण रूप पुतला बनाया।
इस दौरान किसानों ने राहत राशि नहीं मिलने से आक्रोशित होकर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद किसानों ने खराब हुई सोयाबीन की फसल के बनाए गए रावण पुतले को आग के हवाले करते हुए दहन कर दिया गया। खराब सोयाबीन के पुतले के दहन करने की खबर सुनकर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए थे।
किसान व समाजसेवी एमएस मेवाड़ा का कहना है कि कीटनाशक व अन्य बीमारियां के अलावा कटाई के समय बारिश होने से सोयाबीन की फसल खराब हो गई है, जिसे लेकर ग्राम रामाखेड़ी, ग्राम संग्रामपुर, ग्राम रसूलिया धाकड़ आदि दर्जनों गांव के किसानों ने खराब हुई सोयाबीन की फसल को लेकर अपना विरोध जताया था। इस दौरान किसानों ने कहीं पेड़ पर चढ़कर घंटी बजाई तो कहीं जल सत्याग्रह किया तो कहीं अर्धनग्न होकर खेतों में प्रदर्शन किया। कई जगह किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली।
इसके साथ ही किसानों ने खराब सोयाबीन की फसल का बीमा राशि देने, सर्वे कर आरबीसी 64 में राहत राशि देने की मांग को लेकर कमिश्नर भोपाल को ज्ञापन दिया। भोपाल वल्लभ भवन मंत्रालय में जाकर मुख्य सचिव अनुराग जैन को लकड़ी का हाल भेंट करके मांग की गई थी कि खराब सोयाबीन की फसल का शीघ्र सर्वे करा कर मुआवजा दिया जाए। इतना सब होने के बाद भी सरकार की आंख नहीं खुली और किसानों की खराब सोयाबीन की फसल के नुकसान का सर्वे करने कोई कृषि अधिकारी, तहसील अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो किसानों में सरकार के प्रति आक्रोश काफी बढ़ गया।
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