भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच जिले (Neemuch district) में जैन मुनियों (Jain monks) पर हमले की हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। सिंगोली कस्बे में पैसे नहीं दिए जाने पर रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात 3 जैन मुनियों पर लाठी और धारदार हथियारों से हमला करने के आरोप में एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। वहीं पांच लोग गिरफ्तार (five people arrested) किया गया है। वहीं इस घटना पर राज्य सरकार ने बेहद सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
सिंगोली थाने के प्रभारी निरीक्षक भूरा लाल भाभर ने बताया कि जैन मुनि शैलेश मुनि जी, बलभद्र मुनि जी और मुनींद्र मुनि जी हनुमान मंदिर में विश्राम करने के लिए रुके थे। इसी दौरान आरोपी तीन मोटरसाइकिलों से वहां पहुंचे और शराब पीने के बाद उन्होंने जैन मुनियों से पैसे मांगे। आरोपियों के हमले में तीनों जैन मुनियों के सिर और पीठ पर चोटें आईं हैं।
अधिकारी ने बताया कि घायल जैन मुनियों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने धार्मिक रीति-रिवाजों का हवाला देते हुए इलाज कराने से इनकार कर दिया। उनके अनुसार सूर्यास्त के बाद ऐसा करना वर्जित है। उन्हें सोमवार को सूर्योदय के बाद जैन समुदाय की ओर से संचालित चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया।
आरोपी गणपत नायक, गोपाल भोई, कन्हैया लाल, राजू भोई, बाबू शर्मा और नाबालिग चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं। चित्तौड़गढ़ नीमच के नजदीक है। नीमच के एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। बाकी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, जैन समुदाय ने हमले के विरोध में सोमवार को सिंगोली शहर में बंद का आह्वान किया। बंद के आह्वान पर दुकानें बंद रहीं। वहीं इस घटना पर एमपी के सीएम मोहन यादव ने कहा कि कुछ लोगों ने शराब पीकर जैन मुनियों के साथ दुर्व्यवहार किया। सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ऐसी किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी।
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